13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का आज नौवां दिन है| गंगा स्नान के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है| आज (20 जनवरी) सुबह तक 15.97 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया जबकि कल 54.96 लाख लोगों ने संगम में स्नान किया था|
महाकुंभ में पंचकोसी परिक्रमा शुरू, प्रमुख मंदिरों के दर्शन करेंगे संत प्रयागराज में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में तीर्थराज प्रयागराज की पंचकोसी परिक्रमा सोमवार से शुरू हो गई है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नेतृत्व में साधु-संतों ने त्रिवेणी तट पर गंगा पूजन कर परिक्रमा शुरू की| इस पांच दिवसीय यात्रा के दौरान संगम नगरी के सभी प्रमुख देवी-देवताओं के मंदिरों के दर्शन-पूजन कर पुण्य लाभ मिलेगा। त्रिवेणी तट पर गंगा पूजन और आरती के बाद ऋषि-मुनि किले पर स्थित अक्षय वट के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। सभी संतों ने संगम तट पर स्थित हनुमान मंदिर में भी दर्शन किये|
इस पंचकोसी परिक्रमा में जिले के 12 माधव, नाग वासुकी मंदिर, दशाश्वमेध मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, सोमेश्वर महादेव मंदिर, दुर्वासा आश्रम, भारद्वाज आश्रम, पड़िला महादेव मंदिर समेत पौराणिक महत्व के मंदिरों में दर्शन-पूजन किया जाएगा।
पंचकोसी परिक्रमा की शुरुआत पुराने अखाड़े के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और महासचिव महंत हरि गिरि महाराज ने की| इसमें बड़ी संख्या में साधु-संत शामिल हुए|
प्रयागराज में पंचकोसी परिक्रमा का विशेष महत्व है। हर वर्ष माघ माह में संत पंचकोसी परिक्रमा के माध्यम से तीर्थ स्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। महाकुंभ 2019 से पहले 2017 में यह परिक्रमा दोबारा शुरू की गई थी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि अखाड़ा परिषद के महासचिव के प्रयासों से यह पुरानी परंपरा पुनर्जीवित हो गई है| ये सफर 2017 से जारी है|
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