प्रयागराज महाकुंभ पर्व को लेकर प्रदेश सीएम योगी ने कहा है कि महाकुंभ के समापन में अब चार दिन ही शेष हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए आएंगे। इसलिए महाशिवरात्रि के अलावा अन्य दिनों में भी श्रद्धालुओं का दबाव होगा। इसे भी ध्यान में रखकर तैयारी की जाए। लोगों की श्रद्धा एवं आस्था का ध्यान रखते हुए सभी इंतजाम किए जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाशिवरात्रि स्नान पर वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा स्नान पर्व जैसी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने अफसरों को कहा कि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर सकें, ऐसी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से करीब डेढ़ बजे अरैल पहुंचे।
मुख्यमंत्री के करीब एक घंटे बाद केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आगमन हुआ। इस बीच मुख्यमंत्री ने मंत्रियों तथा अफसरों संग महाकुंभ आयोजन में शेष बचे पांच दिन तथा महाशिवरात्रि स्नान पर्व की तैयारियों पर चर्चा की।
खाक चौक के संतों ने आगामी माघ मास से नई परंपरा का ऐलान किया है। माघ मेले में खाक चौक के संत राजसी सवारी के साथ अमृत स्नान करेंगे। इसके लिए दो तिथियां भी तय कर दी गईं। शनिवार को खाक चौक पदाधिकारियों ने मेला प्राधिकरण को पत्र भेजकर इससे जुड़ीं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की मांग की है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Devotees continue to arrive at Triveni Sangam in Prayagraj to be a part of #MahaKumbh2025. The Mela will go on till 26th February.
Drone visuals from the area. pic.twitter.com/pn1F2pNErn
— ANI (@ANI) February 23, 2025
बता दें कि सनातन परंपरा में अमावस्या एवं वसंत पंचमी के स्नान का विशेष धार्मिक महत्व है। बैठक में साधु-संतों ने विचार-विमर्श के बाद इन दोनों तिथियों पर अमृत स्नान का फैसला किया। यह अमृत स्नान भी कुंभ के अमृत स्नान की तरह भव्य होगा। इसमें महंत, श्रीमहंत, महामंडलेश्वर एवं जगद्गुरु शिष्यों को लेकर राजसी सवारी के साथ निकलेंगे।
बता दें कि आज महाकुंभ का 42वां दिन है। मेले की समाप्ति में आज से चार दिन शेष रह गये हैं और आखिरी दिन 26 को महाशिवरात्रि का बड़ा स्नान है इसलिए श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ है। लोग संगम में पावन स्नान कर रहे हैं। डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 60 करोड़ पार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को फिर महाकुंभ नगर में आएंगे। अक्टूबर में महाकुंभ का लोगो जारी होने के बाद यहां का 18वां दौरा होगा। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर करीब ढाई बजे अरैल में उतरेगा। वहां से सेक्टर 21 स्थित सतुआ बाबा के शिविर में जाएंगे। आधे घंटे बाद करीब सवा तीन बजे वह सेक्टर 20 स्थित शिविर में श्री कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती से भेंट करेंगे। 45 मिनट की वार्ता के बाद करीब चार बजे वह अरैल जाएंगे और वहां से लखनऊ के लिए रवाना होंगे।
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