उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वसंत पंचमी के दिन होने वाले अमृत स्नान में कोई त्रुटि न हो इसलिए अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है कि आयोजन में कोई त्रुटि न हो। एक बयान के अनुसार, शनिवार को प्रयागराज में एक समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि अखाड़ों की पारंपरिक “शोभा यात्रा” को भव्यता के साथ आयोजित किया जाना चाहिए और सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को पार्किंग की जगह बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि भक्तों को यथासंभव कम पैदल चलना पड़े। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रमुख स्थानों पर यातायात प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि प्रयागराज महाकुंभ में संगम पर अमृत स्नान को लेकर रविवार और सोमवार महत्वपूर्ण होंगे और कहा कि प्रमुख स्नान दिवसों से पहले, दौरान या बाद में कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। वसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा की सारे कार्य सुचारू रूप से निष्पादित होने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को मजबूत बैरियर लगाने, ऊंचे स्थानों पर साइनेज लगाने और उचित रोशनी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
योगी आदित्यनाथ जी ने कहा, “स्ट्रीट वेंडरों को सड़कों पर कब्जा नहीं करना चाहिए और उन्हें निर्दिष्ट क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। क्रेन और एम्बुलेंस सेवाओं के साथ-साथ नियमित पुलिस गश्त सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
सीएम ने झूंसी क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों का पुलिस सत्यापन करने और अतिक्रमण हटाने का भी आदेश दिया। उनके यह निर्देश देने का कारन था मौनी अमावस्या के दिन हुए भगदड़ में 30 लोगो की मौत। यह दुर्घटना संगम के पास हुई थी जहा गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम महत्वपूर्ण और पवित्र होता है।
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