भगवान जगन्नाथ रथयात्रा: राष्ट्रपति कोविंद और PM मोदी ने दी शुभकामनाएं

भगवान जगन्नाथ रथयात्रा: राष्ट्रपति कोविंद और PM मोदी ने दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली। ओडिशा के पुरी में कोरोना महामारी के बीच के कारण सोमवार को भगवान जगन्नाथ की रथ शुरू हो गई। जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कहा है कि यात्रा का आयोजन कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा। वहीं,इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में सभी श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूं कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में सभी श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूँ कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे।
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 12, 2021

Greetings to everyone on the special occasion of the Rath Yatra. We bow to Lord Jagannath and pray that his blessings bring good health and prosperity in everyone’s lives. Jai Jagannath!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 12, 2021
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी रथ यात्रा पर बधाई दी हैं।प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि रथ यात्रा के विशेष अवसर पर सभी को बधाई। हम भगवान जगन्नाथ को नमन करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उनका आशीर्वाद सभी के जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए. जय जगन्नाथ. ओडिशा के पुरी में कोरोनोवायरस महामारी के कारण सोमवार को भक्तों के बिना भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आयोजित की जाएगी।
जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कहा है कि यात्रा का आयोजन कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा. पुरी जगन्नाथ मंदिर के प्रशासक अजय जेना ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी 12 जुलाई 2021 को बिना भक्तों के रथ यात्रा का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के आदेश और ओडिशा सरकार की तरफ से जारी एसओपी के अनुसार किया जाएगा।
कोरोना के चलते किसी भी भक्त को रथ यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं है। आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और कोरोना की दोनों वैक्सीन लगवा चुके रथ खींचने वालों को ही यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।पुलिस कर्मियों को छोड़कर लगभग 1,000 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा। मंदिर के प्रशासक के मुताबिक 3,000 सेवक और 1,000 मंदिर अधिकारियों को सभी अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी । 8 जुलाई से पुरी में चार स्थानों पर आरटी-पीसीआर टेस्ट चल रहे हैं। पुरी में फिलहाल 48 घंटे का कर्फ्यू है, जो रविवार रात 8 बजे से लागू है।जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार प्रतिबंध रविवार को रात 8 बजे से 13 जुलाई को रात 8 बजे तक लागू रहेगा।

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