मोहन भागवत की पुस्तक ‘भारत का मुस्लिम’ का प्रकाशन; कहा, “जब हमारे शत्रु राष्ट्र…”!

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हमीद के पैतृक गांव धामूपुर में बोल रहे थे। इस किताब के प्रकाशन के समय मोहन भागवत ने भारत में सामाजिक समरसता और चीन-पाकिस्तान के बीच विवाद पर भी टिप्पणी की|

मोहन भागवत की पुस्तक ‘भारत का मुस्लिम’ का प्रकाशन; कहा, “जब हमारे शत्रु राष्ट्र…”!

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को दो पुस्तकों का विमोचन किया। ये दो किताबें हैं ‘भारत का मुस्लिम’ और ‘मेरे पापा परमवीर’ ये किताबें शहीद अब्दुल हमीद के जीवन पर आधारित हैं उन्होंने 1965 के युद्ध में अद्वितीय वीरता का प्रदर्शन किया था। वह सोमवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हमीद के पैतृक गांव धामूपुर में बोल रहे थे। इस किताब के प्रकाशन के समय मोहन भागवत ने भारत में सामाजिक समरसता और चीन-पाकिस्तान के बीच विवाद पर भी टिप्पणी की|

मोहन भागवत ने क्या कहा?: इस कार्यक्रम में मोहन भागवत को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था| इस मौके पर उन्होंने भारत की विविधता पर टिप्पणी की| “भारत में बहुत विविधता है। लेकिन फिर भी भारत एक राष्ट्र और एक समाज के रूप में जीवित है। हमारे अलग-अलग धर्म, जातियां, समाज और राज्य हैं। हम अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं। लेकिन एक देश के रूप में हम सब एक हैं”।

मोहन भागवत की सरकार को सलाह, ‘मणिपुर एक साल से जल रहा है, वहां…’: पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध का जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा, ‘हमारे दुश्मनों के साथ युद्ध के दौरान, हमने सभी लोगों को देखा है भारत की जातियाँ, धर्म और राज्य हमारे देश के लिए एकजुट हुए।

अब्दुल हमीद को मरणोपरांत परमवीर चक्र: भाषण से पहले सरसंघचालक मोहन भागवत ने अब्दुल हमीद और उनकी दिवंगत पत्नी रसूलन बीबी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की|1965 के युद्ध के दौरान उनकी बहादुरी के लिए अब्दुल हमीद को मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

मोहन भागवत-योगी आदित्यनाथ की मुलाकात पर चर्चा!: कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश में सरसंघ प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी| इस समय कई लोगों की भौहें तन गईं| इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को बड़ी हार का सामना करना पड़ा| इस पृष्ठभूमि में हुई इस मुलाकात की राजनीतिक हलके में खूब चर्चा हुई| बताया जा रहा है कि इसके बाद भाजपा में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर विस्तृत चर्चा और मंथन हुआ|

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