नई दिल्ली। पाकिस्तान के लाहौर किले में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तीसरी बार तोड़े जाने पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है। जहां एक ओर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है तो दूसरी तरफ बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी खरी खोटी सुनाई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले और उनकी सांस्कृति विरासत को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को पहली बार नहीं तोडा गया, जबकि जेपी नड्डा ने महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को बार-बार तोड़े जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने वालों पर पाकिस्तान कठोर कार्रवाई करे।
It is deplorable to see the statue of Maharaja Ranjit Singh attacked in Pakistan. To make matters worse, the silence of the Pakistani authorities is even more deafening. It makes many wonder, is the Pakistani state complicit in such attacks against minorities?: BJP chief JP Nadda pic.twitter.com/Dyx6pCwc1Z
— ANI (@ANI) August 17, 2021
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिंदुओं और सिखों की रक्षा करने में पाकिस्तान का रिकॉर्ड वैसे भी बहुत निराशाजनक है। हम मांग करते हैं कि इस जघन्य हमले के दोषियों को सजा दी जाए और प्रतिमा को उसके पूरे गौरव के साथ बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस बारे में भी आत्ममंथन करना चाहिए कि ऐसे तत्व वहां खुलेआम क्यों घूमते हैं और सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करते हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि एक राष्ट्र जो विविधता के लिए बुनियादी सम्मान की गारंटी नहीं दे सकता, उससे मानवीय मूल्यों पर खरा उतरने की उम्मीद शायद ही की जा सकती है।
Pakistan must also introspect about why such elements get a free run there and destroy the social fabric. A nation that can’t guarantee basic respect to diversity, can hardly be expected to live up to humanitarian values: BJP national president JP Nadda
— ANI (@ANI) August 17, 2021
— ANI (@ANI) August 17, 2021
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिंदुओं और सिखों की रक्षा करने में पाकिस्तान का रिकॉर्ड वैसे भी बहुत निराशाजनक है। हम मांग करते हैं कि इस जघन्य हमले के दोषियों को सजा दी जाए और प्रतिमा को उसके पूरे गौरव के साथ बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस बारे में भी आत्ममंथन करना चाहिए कि ऐसे तत्व वहां खुलेआम क्यों घूमते हैं और सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करते हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि एक राष्ट्र जो विविधता के लिए बुनियादी सम्मान की गारंटी नहीं दे सकता, उससे मानवीय मूल्यों पर खरा उतरने की उम्मीद शायद ही की जा सकती है।
Pakistan must also introspect about why such elements get a free run there and destroy the social fabric. A nation that can’t guarantee basic respect to diversity, can hardly be expected to live up to humanitarian values: BJP national president JP Nadda
— ANI (@ANI) August 17, 2021
पाकिस्तान अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में नाकाम: वहीं ,अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तानी इस तरह के हमलों को रोकने के अपने कर्तव्य में पूरी तरह विफल रहा है। हम पाकिस्तान सरकार से अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा, सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं. लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ एक दुखद घटना है।
We have seen disturbing reports in the media about the vandalization of the statue of Maharaja Ranjit Singh in Lahore today. This is the third such incident wherein the statue has been vandalized since it was unveiled in 2019: MEA Spokesperson Arindam Bagchi
(File photo) pic.twitter.com/26dEuvfpCq
— ANI (@ANI) August 17, 2021
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— ANI (@ANI) August 17, 2021
अरिंदम बागची ने कहा कि इससे पाकिस्तानी समाज में अल्पसंख्यक समुदायों के लिए बढ़ती असहिष्णुता और सम्मान की कमी का पता चलता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब यहां महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया हो।
तीसरी बार तोड़ी गई प्रतिमा: मालूम हो कि यह तीसरी बार हुआ है जब लाहौर फोर्ट कॉम्प्लेक्स में रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ा गया है। महाराजा की 180वीं पुण्यतिथि पर जून 2019 में लाहौर किले में नौ फीट की मूर्ति का अनावरण किया गया था। इस प्रतिमा में रणजीत सिंह को घोड़े पर बैठे, हाथ में तलवार लिए और सिख पोशाक में दिखाया गया था। सिख साम्राज्य के पहले महाराजा सिंह ने करीब 40 सालों तक पंजाब सहित भारतीय उपमहाद्वीप के एक बड़े हिस्से पर शासन किया था। 1839 में उनकी मौत हो गई थी। इस प्रतिमा को कट्टरपंथी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के सदस्य ने लाहौर किले में रंजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ दिया।