नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को लॉन्च किया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन’ विश्वसनीय आंकड़े प्रदान करेगा, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और उनके खर्च भी कम होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीन साल पहले शुरू हुए इस अभियान ने भारत के स्वास्थ्य ढांचे में क्रातिकारी बदलाव किए हैं।
पंडित दीनदयाल उपाध्यायन की जयंती पर तीन साल पहले इस मिशन की शुरुआत की गई थी और इसने लाखों लोगों के गरीबी के दलदल में फंसने से बचाया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया मिशन की ही देन है कि अब तक देश में 90 करोड़ कोरोना टीके लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के अडवांस देशों ने भी तकनीक का इस तरह से इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा, ‘इससे हेल्थ सेक्टर के सभी लोग एक ही प्लेटफॉर्म पर आ सकेंगे। इसके अलावा कोई भी मरीज आसानी से एक डॉक्टर से कनेक्ट हो सकेगा।’ इस दौरान उन्होंने हेल्थ सेक्टर और टूरिज्म के बीच भी संबंध बताया। उन्होंने कहा, ‘आज वर्ल्ड टूरिज्म डे भी है।
आप लोग हैरान होंगे कि आखिर इन दोनों के बीच क्या संबंध हो सकता है। लेकिन ऐसा है। क्या कोई टूरिस्ट ऐसी जगह पर जाना पसंद करेगा, जहां इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज का अभाव हो।’ उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत में जिस तरह का डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर है। आज देश में 130 करोड़ आधार यूजर हैं। 118 करोड़ मोबाइल यूजर्स हैं और 43 करोड़ लोगों के जनधन खाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में फ्री वैक्सीन मूवमेंट के तहत 90 करोड़ डोज दी गई हैं। टीका लगवाने वालों को सर्टिफिकेट भी जारी किए गए हैं। हमें इसका क्रेडिट CoWin को भी देना होगा। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन भारत में लोगों को मेडिकल ट्रीटमेंट में आ रही समस्याओं से राहत देगा। इससे गरीबों और मिडिल क्लास के लोगों को मदद मिलेगी।