UP गोमती रिवर फ्रंट घोटाला : CBI ने लखनऊ समेत कई जिलों में छापेमारी 

UP गोमती रिवर फ्रंट घोटाला : CBI ने लखनऊ समेत कई जिलों में छापेमारी 

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लखनऊ। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के गोमती रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट घोटाले में लखनऊ सहित कई अलग-अलग जिलों में छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि राज्यों और उत्तर प्रदेश के 13 जिलों , 42 ठिकानों पर छापेमारी की है।मामले में दर्जनों अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।बता दें कि रिवर फ्रंट घोटाले सपा सरकार में हुआ था।

सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के संबंध में गाजियाबाद, लखनऊ, आगरा में क़रीब 1,400 करोड़ रुपये के कई छापे मारे।
ANI_HindiNews,@AHindinews·

रिवरफ्रंट घोटाले में सीबीआई ने लखनऊ समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की है। सीबीआई ने यूपी के साथ पश्चिम बंगाल और राजस्थान में भी छापेमारी की है। बता दें कि सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन विंग ने रिवर फ्रंट घोटाले में करीब दर्जनों लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। यूपी में लखनऊ के अलावा, नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, रायबरेली, सीतापुर, इटावा और आगरा में छापेमारी की गई है।सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने प्रदेश सरकार के निर्देश पर सिंचाई विभाग की ओर से लखनऊ के गोमतीनगर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे को आधार बनाकर 30 नवंबर 2017 में नया मुकदमा दर्ज किया था।

इसमें सिंचाई विभाग के तत्कालीन मुख्य अभियंता (अब सेवानिवृत्त) गुलेश चंद, एसएन शर्मा व काजिम अली, तत्कालीन अधीक्षण अभियंता (अब सेवानिवृत्त) शिव मंगल यादव, अखिल रमन, कमलेश्वर सिंह व रूप सिंह यादव तथा अधिशासी अभियंता सुरेश यादव नामजद हैं। सीबीआई ने अपनी जांच शुरू भी कर दी। उसने सिंचाई विभाग से हासिल पत्रावलियों की जांच करने के अलावा कुछ आरोपियों से पूछताछ भी की।

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