यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान एक भारतीय नागरिक की भी मौत हो गई है। यूक्रेन युद्ध में पहली बार किसी भारतीय नागरिक की मौत हुई है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द से जल्द राजधानी कीव छोड़ने को कहा था। वहां भीषण हमले हो सकते हैं। रूस की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक के वीडियो भी सामने आए। भारतीयों में भी टेंशन बढ़ती जा रही थी और दोपहर बाद रूसी हमले में भारतीय छात्र के मारे जाने की दुखद खबर आई।
मंगलवार को ही भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी कर कहा था कि छात्रों सहित सभी भारतीय ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ दें। दूतावास ने ट्वीट किया, ‘कीव में भारतीयों के लिये परामर्श। छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज तत्काल कीव छोड़ दें।
We'll be coordinating the overall evacuation operation in Slovakia & will seek co-operation from their government regarding visas for our students coming from Ukraine. Our top priority would be to bring them back safely: Union minister Kiren Rijiju before leaving for Slovakia pic.twitter.com/8GmegUub2J
— ANI (@ANI) March 1, 2022
इस घटनाक्रम के बाद भारत ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को तलब किया | वहीं इस घटनाक्रम के साथ भारत ने यूक्रेन में फंसे नागरिकों को जल्द से जल्द निकालने पर प्रतिबद्धता जताई है| यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यहां हवाई क्षेत्र बंद है। ऐसे में भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रही है।
मोदी सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में मदद के लिए चार पड़ोसी देशों में भेजा है। उधर, एयर इंडिया के साथ-साथ इंडिगो, स्पाइस जेट भी ऑपरेशन गंगा में शामिल हो गए हैं। भारत सरकार यूक्रेन मिशन का पूरा खर्च उठा रही है। बताया गया है कि अब भी यूक्रेन में करीब 6,000 भारतीय फंसे हो सकते हैं।
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