यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद चीन हर मोर्चे पर रूस का साथ दे रहा है। संयुक्त राष्ट्र में इस युद्ध की चर्चा पर प्रस्ताव के दौरान चीन ने विरोध में वोट किया था। अब जी-20 के मंच पर भी इस चर्चा के विरोध में चीन खड़ा हो गया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन के मामले में जी-20 के मंच पर चर्चा उचित नहीं है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 20 दिन से ज्यादा हो गए हैं। ऐसे में खबर यह भी है कि रूस के पास अब हथियारों की कमी हो रही है और यूक्रेन हथियार डालने को तैयार नहीं है। ऐसे में रूस ने चीन से मदद मांगी है। चीन रूस को हथियार दे सकता है।
गौरतलब है कि जी-20 में चीन समेत 20 देश हैं। अक्टूबर में बाली द्वीप के इंडोनेशियाई रिजॉर्ट में अगला सम्मेलन होने वाला है। बता दें कि यूएन में भी रूस और यूक्रेन के मामले में चर्चा को लेकर जब प्रस्ताव रखा गया तो 15 में से 11 देशों ने इसके समर्थन में वोट किया था। रूस ने इसके विरोध में वोट किया। चीन और भारत ने इस मामले में वोटिंग से खुद को दूर रखा था।
इससे पहले यूक्रेन ने नाटो देशों से हथियार को लेकर मदद मांगी थी। जब पोलैंड अपने मिग 29 विमान देने को तैयार हो गया था तो इसपर अमेरिका ने भी आपत्ति जताई थी। वहीं रूस ने धमकी दी थी कि अगर कोई देश यूक्रेन का सहयोग करता है तो उसे युद्ध में शामिल माना जाएगा।
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