संभल हिंसा मामले में प्रशासन की कारवाई जारी रही। पुलिस ने सोमवार (9 दिसंबर) को समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क के मोहल्ले में छापेमारी की। दौरान अवैध हथियारों के साथ मादक पदार्थों की खेप भी बरामद की गई। 34 बाइकों का चालान किया गया, साथ ही 4 बाइकें जब्त की गईं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, संभल हिंसा मामले में कारवाई के तहत, पुलिस ने सोमवार को करीब 3 बजे नखासा थाना क्षेत्र के तिमरदास सराय इलाके में छापेमारी की। इस दौरान 13 घरों की गहन तलाशी ली गई और इनमें से मुल्ला आसिफ के घर से 93 पैकेट स्मैक बरामद की गई। वहीं, ताजवर और महबर के घर से 315 बोर के तमंचे बरामद किए गए। पुलिस ने महबर को हिरासत में लिया, जो 1999 में हत्या के एक मामले में जेल की सजा काट चुका है।
पुलिस ने बताया कि, हिंसा के दौरान मारे गए दंगाइयों के शवों के पास से 315 बोर की गोलियां भी बरामद हुई हैं। फिलहाल पुलिस महबर, मुल्ला आसिफ और ताजवर के घर में मिले लोगों को थाने ले गई। पूरे मामले की न्यायिक जांच चल रही है और प्रशासन दंगाइयों के खिलाफ सख्त कारवाई की बात कही है। पुलिस ने सपा सांसद जियाउर रहमान के घर के सामने दो बार मार्च भी किया और संभल जिले में वाहनों की गहन जांच की जा रही है।
इस बीच संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जिले में बाहरी लोगों की मौजूदगी की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया गया है। यह पता लगाया जा रहा है कि कौन बाहर से आया है और क्यों आया है। एसपी के अनुसार तलाशी अभियान आगे भी जारी रहेगा। बरामद सामान को सील कर जांच और अन्य आवश्यक कानूनी कारवाई की जा रही है।
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24 नवंबर को जामा मस्जिद में न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के दूसरे दौर के दौरान, इस्लामी गुंडे मस्जिद के बाहर एकत्र हुए और हिंसा में शामिल हो गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव किया, पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं और वाहनों और दुकानों में आग लगा दी। हिंसा के दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए और इस हिंसा में चार गुंडे मारे गए, संभवतः दंगाइयों द्वारा लाई गई अवैध बंदूकों से।