नेपाल के जनकपुर से लाई जा रही शालिग्राम की दो शिलाएं बीती रात अयोध्या पहुंच गई। अयोध्या में सत्कार और समर्पण कार्यक्रम होगा। यहां पर लोगों का तांता लगा हुआ। इन शिलाओं को देखने के लिए दूर दूर से लोग आये हुए हैं। बता दें कि इन दोनों से भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा उकेरी जायेगी। जब ये दोनों शिलायें नेपाल से चली थी तभी से जगह जगह उनका स्वागत किया गया। इतना ही नहीं कई स्थानों पर लोगों ने पूजा पाठ और भजन कीर्तन भी करते नजर आये। ये दोनों शिलायें नेपाल से होकर बिहार के रास्ते अयोध्या पहुंची हैं। इन शिलाओं को नेपाल की काली गंडक नदी से लाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इन शिलाओं को तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में उतारा गया। इन शिलाओं का विशेष विधि विधान से पूजा की जाएगी। पूजा अर्चना के लिए देव शिलाओं पर फूल माला भी चढ़ाया गया है। इसके बाद इन देव शिलाओं को राम मंदिर समिति को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर किन सभी जिम्मेदारी इसी समिति के पास है। नेपाल से लाई गई देव शिलायें जहां जहां गुजरी वहां वहां लोगों की भीड़ इकठ्ठा होकर स्वागत किया और पूजा अर्चना भी की। कई स्थानों पर देव शिलाओं के साथ चले हुए देखे गए।
गोरखपुर पहुंचने पर इन देव शिलाओं की सीएम योगी ने भी पूजा अर्चना की। इसके बाद यहां ये शिलायें अयोध्या के लिए रवाना हुई। बीती रात पहुंचने के बाद देव शिलाओं का विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। देव शिलाओं का स्वागत और सत्कार के बाद पवित्र जल से अभिषेक किया जाएगा। बता दें कि शालिग्राम पत्थर को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है। ये पत्थर केवल नेपाल के काली गंडक नदी में ही मिलते हैं। इन दोनों शिलाओं को काफी रिसर्च के बाद खोजा गया और उन्हें अयोध्या लाया गया है। एक शिला का वजन 26 टन है जबकि दूरी शिला का वजन 14 टन है।
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