आतंकी संगठन हिजबुल्ला के कमांडर हसन नसरल्लाह को 27 सितंबर के दिन इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने 30 फीट गड्ढे में दफना दिया। हिजबुल्ला एक शिया आतंकी संगठन है, जिस वजह से दुनिया भर में शिया मुसलमान शोक व्यक्त कर रहें है। वहीं भारत के लखनऊ में भी इजरायल के इस हमलें के खिलाफ मार्च निकाला गया था। लखनऊ के छोटे इमाम बाड़ा से केजर बड़े इमाम बाड़ा तक यह मार्च निकाला गया था।
शिया समुदाय के लोगों ने हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। शिया मुसलमानों के आक्रोश रैली में इजरायल के प्रधानमंत्री के पोस्टर्स जलाकर विरोध किया गया। पूरी घटना के लिए इजरायल को जिम्मेदार बताते हुए शिया मुस्लिम समुदाय ने हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक व्यक्त किया।
दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “आज का दिन हमारे लिए काला दिन है। हम सभी लोग नसरल्लाह कुछ श्रद्धांजलि देने और इजरायल का विरोध करने के लिए रस्ते पर उतरें है। छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमाम वाले तक लगभग 1 किलोमीटर लम्बा प्रदर्शन है। नसरल्लाह हमारे(शिया मुस्लिम) बहुत मजबूत लीडर और मार्गदर्शक थे। नसरल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं, जिनको भुलाया नहीं जा सकता। ISIS के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा की, उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया। इस पूरी घटना का जिम्मेदार इजरायल है, वो बेगुनाहों का लहू बहा रहा है।”
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प्रदर्शन कर रहें लोगों ने बताया की वो तीन दिन तक शोक मानाने वाले है। जिसमें वो तीन दिन तक घर की छत पर काला झंडा लगाएंगे साथ ही, वो तीन दिन तक दुकानों को बंद रख इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करेंगे। प्रदर्शन के दौरान शिया मुसलमानों ने 56 देशों के मुसलमानों को एकसाथ आने की अपील की है।
बता दें की हसन नसरुल्ला की मौत के बाद लेबनान से लेकर सीरिया तक मुस्लिम समाज आपस में ही भीड़ रहे है। जहां एक तरफ सुन्नी लोग नसरल्लाह की मौत पर खुशीयां मना रही है तो दूसरी तरफ शिया मुस्लिम इसका विरोध करते हुए दिख रहे है। पाकिस्तान में भी शिया मुस्लिमों के प्रदर्शन पर झड़प के वाकिए हुए है। दरम्यान उत्तर प्रदेश के लखनऊ में शिया समुदाय ने बड़े ही शांति के साथ विरोध प्रदर्शन किया है और तीन दिन तक का बंद भी घोषित किया है।