आतंकियों के दिमाग में भर देंगे शिवराय; जम्मू-कश्मीर में महाराजा की मूर्ति की स्थापना!

छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के आराध्य देव है उन्हें देखते ही शिवरायण उत्साहित हो जाते हैं। उनके विचार जीवन को प्रेरणा देते हैं। उनका किरदार कुछ भी करने की हिम्मत देता है| शिवराय का काम सभी के लिए प्रेरणादायक है। शिवराय का ये काम अब भारतीय सेना के सामने प्रेरणा बनकर खड़ा होगा|

आतंकियों के दिमाग में भर देंगे शिवराय; जम्मू-कश्मीर में महाराजा की मूर्ति की स्थापना!

Shivrai will fill the minds of terrorists; Installation of Maharaja's statue in Jammu and Kashmir

छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के आराध्य देव है उन्हें देखते ही शिवरायण उत्साहित हो जाते हैं। उनके विचार जीवन को प्रेरणा देते हैं। उनका किरदार कुछ भी करने की हिम्मत देता है| शिवराय का काम सभी के लिए प्रेरणादायक है। शिवराय का ये काम अब भारतीय सेना के सामने प्रेरणा बनकर खड़ा होगा|अब भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए एक फैसला लिया गया है, जम्मू-कश्मीर में भगवान शिव की मूर्ति अब सेना का मनोबल बढ़ाने जा रही है|

कुपवाड़ा में भारतीय सेना के कैंप में साढ़े दस फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है| इस मौके पर सेना ने खुशी मनाई| छत्रपति की प्रतिमा का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया। भारतीय सैनिकों ने नाचते-गाते हुए छत्रपति की प्रतिमा का स्वागत किया। इस मौके पर छत्रपति शिवाजी महाराज की जय, जय भवानी-जय शिवाजी जैसे नारे दिये गये|

यह प्रतिमा सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के सहयोग से ‘उम्ही पुणेकर’ संस्था द्वारा बनाई गई है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में छत्रपति शिवाजी महाराज की घुड़सवारी वाली मूर्ति स्थापित की गई है। राज्यपाल द्वारा पूजी गई छत्रपति की प्रतिमा को कुपवाड़ा लाया गया। इसके बाद उनकी स्थापना की गई।छत्रपति की प्रतिमा से सेना का मनोबल बढ़ेगा। उन्हें देश सेवा की प्रेरणा मिलती रहेगी।’ लेकिन आतंकवादियों के मन में छत्रपति शिवाजी महाराज का डर होने वाला है|

इन सब पर मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है| जब उन्होंने ‘वी पुणेकर’ संस्था के समक्ष अपनी भावना व्यक्त की कि हमारी रेजिमेंट को भारत-पाक सीमा पर उस स्थान पर हमारे साथ एक भव्य दिव्य प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। तब महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि हम पूरी ताकत से आपके साथ हैं| राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिंदे के अभिवादन और पूजा के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गई| प्रतिमा को 2268 किलोमीटर दूर कुपवाड लाया गया। मुनगंटीवार ने कहा कि यह प्रतिमा स्थापित की गई है|
भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकवादियों को यह प्रतिमा हमारे देश के नायक छत्रपति शिवाजी महाराज की नजर आएगी। तो निश्चित तौर पर हमारे जवानों का उत्साह बढ़ेगा| शिवराय विश्व की प्रेरणा हैं। मुनगंटीवार ने कहा कि शिवाजी की प्रतिमा से हमारे सैनिकों को भी लड़ने की ताकत मिलेगी|
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