सोशल मीडिया पर इस समय एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि मुझे फांसी देने के बाद का दर्द कोई बांटे नहीं। साथ ही इस शख्स ने मुझसे कहा है कि मेरी कब्र के सामने नमाज मत पढ़ो। साथ ही उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि मेरे मरने के बाद जश्न मनाना।
जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक फांसी दिए जाने से पहले अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करने वाले इस शख्स को ईरानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया था|
“Play music by my grave & be happy”- #MajidrezaRahnavard speaking shortly before he was hanged from crane for taking part in #IranProtests-calm defiance even in moment ostensibly stage managed & controlled by regime #مجیدرضا_رهنورد #مهسا_امینی #MahsaAmini pic.twitter.com/jAPb8uDyY8
— sebastian usher (@sebusher) December 15, 2022
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार की गई 23 साल की मजीदरेजा रेहनवाराद को सोमवार को मशहद में सबके सामने मौत की सजा सुनाई गई। मजीदारेजा रेहनवाराद को एक सुरक्षा गार्ड की हत्या करने और चार अन्य सुरक्षा गार्डों को घायल करने का दोषी ठहराया गया था।
एएफपी समाचार एजेंसी ने बताया कि ओस्लो में ईरान मानवाधिकार के निदेशक महमूद अमीरी ने मामले की सुनवाई के दौरान रेहानवरद को अपने खिलाफ लगे आरोपों को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया। अमीरी ने कहा है कि गिरफ्तारी के 23 दिनों के भीतर रेहानवराद को फांसी देना ईरान के नेताओं द्वारा किया गया एक गंभीर अपराध है।
ईरान में पुलिस हिरासत में महसा अमिनी की मौत के बाद हिजाब विरोधी आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है। इसे 1979 के बाद से ईरान में सबसे बड़ा आंदोलन बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ें-
बिहार शराब त्रासदी: मरने वालों के परिवारों को मुआवजा नहीं ! – नीतीश