UP में कांग्रेस के एक्टिव होने से SP-BSP का घाटा,BJP को फायदा

UP में कांग्रेस के एक्टिव होने से SP-BSP का घाटा,BJP को फायदा

file photo

लखीमपुर खीरी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सालों से कांग्रेस में जान फूंकने में प्रियंका गांधी जुटीं हैं। उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने वाले हैं और कुछ ही महीनों पहले प्रियंका और राहुल गांधी की सक्रियता से सपा बेचैन है। हालांकि अहम सवाल यह भी है कि कांग्रेस की ओर से बनाया गया यह माहौल वोटों में कितना तब्दील होगा। कांग्रेस यूपी के लगभग सभी जिलों में बेहद कमजोर है और उसके लिए इस माहौल को वोटों में तब्दील कर पाना आसान नहीं होगा। हालांकि इसके बाद भी कुछ फायदा हुआ तो सपा का नुकसान औऱ भाजपा को सीधे फायदा होने के आसार हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में यदि उभार होता है तो यह भाजपा से ज्यादा सपा के लिए चिंताजनक है।

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी व बसपा का वोट बेस काफी हद तक समान है। ऐसे में जिन सीटों पर कांग्रेस मजबूत होगी, वहां वह सपा-बसपा का ही वोट काटेगी। ऐसी स्थिति में भाजपा को उन सीटों पर फायदा होगा, जहां वह करीबी अंतर से पिछड़ रही हो। सपा और कांग्रेस के बीच वोटों के बंटवारे से भाजपा को फायदा मिल सकता है। यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला सपा से ही होने की उम्मीद जताई जा रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। अखिलेश यादव ने समझौते के तहत 100 सीटों पर कांग्रेस को लड़ने का मौका दिया था, पर वह 7 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी। इसके चलते अब सपा ने अलग ही लड़ने का फैसला लिया है। पर इस बार कांग्रेस की ताकत में इजाफा होता है तो वह भाजपा से ज्यादा अखिलेश की वोटों में ही सेंध लगाएगी।

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