Stock Market Crash: भारतीय शेयर ​बाजार हुआ धाराशायी, सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट!

भारतीय बाजार पिछले 5 महीनों से लगातार गिरावट में है|निफ्टी ने फरवरी में अब तक 5% की गिरावट दर्ज की है​|​ यह 29 सालों में सबसे लंबी गिरावट का सिलसिला है​|​

Stock Market Crash: भारतीय शेयर ​बाजार हुआ धाराशायी, सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट!

Stock-Market-Crash-Indian-stock-market-crashed-due-to-these-reasons-huge-fall-in-Sensex-Nifty

शेयर बाजार ​में आज की गिरावट कई बड़े कारणों से हुई, जैसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की कमजोरी, ट्रंप की टैरिफ नीति, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और IT सेक्टर की गिरावट​ आदि आदि है|हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव होता रहता है और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक अवसर भी हो सकता है​|​

अगर आप निवेश कर रहे हैं, तो धैर्य बनाए रखें और बाजार की चाल को समझकर ही कोई बड़ा फैसला लें​|​ और किसी भी तरह के निवेश से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें​|​

बता दें कि आज भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली​|​ खराब शुरुआत के बाद ​बीएसई सेंसेक्स ​दोपहर के कारोबार में 1,400 अंकों की गिरावट के साथ 73,201 पर पहुंच गया, जबकि ​निफ्टी​ 50 में 426 अंकों की गिरावट आई और यह 22,119 पर आ गया​|​ इस गिरावट की वजह सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी उठापटक देखने को मिल रही है​|​

भारतीय निवेशक भारत की तीसरी तिमाही (Q3) GDP रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिससे बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है​|​ आज भारत की आर्थिक वृद्धि के आंकड़े जारी होंगे​|​ अर्थशास्त्रियों के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर लगभग 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है​|​ यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 6.8 प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा कम है​|​

भारतीय बाजार पिछले 5 महीनों से लगातार गिरावट में है​|​ निफ्टी ने फरवरी में अब तक 5% की गिरावट दर्ज की है​|​ यह 29 सालों में सबसे लंबी गिरावट का सिलसिला है​|​ वहीं, सेंसेक्स अपने सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से 12,819 अंक नीचे आ चुका है​|​ इससे निवेशकों का आत्मविश्वास कमजोर हो गया​|​ नए निवेशक बाजार में पैसा लगाने से डर रहे हैं​|​ इसका आने वाले समय में बाजार में नई लिस्टिंग और IPOs पर भी असर पड़ सकता है​|​

​गौरतलब है कि बाजार में गिरावट हमेशा डराने वाली होती है, लेकिन यह स्थायी नहीं होती​|​ इसलिए निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है​|​ लॉन्ग टर्म निवेशक के लिए यह खरीदारी का मौका भी हो सकता है​|​ एक्सपर्ट की सलाह है कि घबराकर अपने शेयर न बेचें, बल्कि मजबूत कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश जारी रखें और बाजार में स्थिरता आने का इंतजार करें​|

यह भी पढ़ें-

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामला: SC ने ख़ारिज किया 200 यात्रियों के मौत की याचिका, पूछा क्या है सबूत?

 

Exit mobile version