अग्रवाल ने आगे कहा कि बड़ी गिरावट के बाद अब बाजार स्थिर हो रहे हैं और आने वाले समय में बाजार में रिकवरी देखने को मिलेगी। लगातार पांच महीनों की कमजोरी के बाद, भारतीय शेयर बाजार में बीते एक हफ्ते से तेजी देखी जा रही है, जिसके कारण बाजार करीब दो महीनों की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं।
पिछले एक हफ्ते में निफ्टी और सेंसेक्स 5 प्रतिशत से अधिक चढ़ चुके हैं। इस तेजी में बड़ा योगदान मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का रहा। इस दौरान निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 8 प्रतिशत से अधिक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 9 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है।
सोमवार को भी बाजार में तेजी देखी जा रही है और दोपहर के कारोबार में निफ्टी 1.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,670 और सेंसेक्स 1.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77,985 पर था।
हाल ही में आई मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ (एमओपीडब्ल्यू) की रिपोर्ट में भी इक्विटी को लेकर शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों में आशावादी रुख अपनाया गया था।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि निवेशकों को लंपसम के माध्यम से लार्ज-कैप और हाइब्रिड फंडों में निवेश जारी रखना चाहिए, जबकि अगले छह महीनों में चरणबद्ध तरीके से मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में निवेश करना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया कि हाल की गिरावट में अगर किसी निवेशकों को लगता है कि उसका इक्विटी में आवंटन कम है, तो वह हाइब्रिड और लार्ज कैप फंडों में लंपसम निवेश रणनीति के जरिए आवंटन बढ़ा सकते हैं और फ्लेक्सी, मिड और स्मॉल कैप में अगले 6 महीनों में चरणबद्ध तरीके से निवेशक कर सकते हैं।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम: एक अप्रैल से शुरुआत, ओपीएस और एनपीएस दोनों शामिल है विशेषताएं।