तालिबान बदलेगा अफगान का झंडा और राष्ट्रगान, देंखें शिक्षा की तस्वीर ….

तालिबान बदलेगा अफगान का झंडा और राष्ट्रगान, देंखें शिक्षा की तस्वीर ….

काबुल। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान नई सरकार बनाने की तैयारी कर रहा है तो दूसरी ओर वहां तालिबानियों के कारगुजारियां भी सामने आ रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार वहां के छात्र और छात्राएं एक ही कमरे में पर्दे लगा कर पढ़ाई कर रहे हैं। तालिबानियों ने कब्ज़ा के  बाद यहां किसी पर भी जुल्म नहीं करने की बात कही थी लेकिन यहां इसके उलट हो रहा है। इधर, सत्ता के करीब पहुंचे तालिबानी अब अफगान के लिए नया झंडा और नया राष्ट्र गान तैयार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि तालिबान अब अफगान का पुराना झंडा और राष्ट्रगान बदलेगा।

 एक रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को कहा कि अगली सरकार अफगानिस्तान के झंडे और राष्ट्रगान पर फैसला करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि तालिबान प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को वेतन भी देगा। इस बीच, तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला बरादर को अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के नेता के रूप में बताए जाने की खबरों के बीच, जबीहुल्ला ने कहा कि मुल्ला हिबातुल्लाह अखुंदजादा जीवित है और जल्द ही सार्वजनिक रूप से सामने आएगा।
तालिबान ने सोमवार को कहा कि उन्होंने काबुल के उत्तर में स्थित पंजशीर प्रांत पर कब्जा कर लिया है। पंजशीर जो कि तालिबान विरोधी ताकतों का अंतिम ठिकाना है। पंजशीर घाटी में तालिबान के साथ संघर्ष में नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स के प्रवक्ता फहीम दशती की मौत की खबरों के बीच, तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि वह कमांडर गुल हैदर और जनरल जिरात के बीच एक आंतरिक विवाद में मारा गया। इससे पहले, एनआरएफ और उसके नेता अहमद मसूद ने फहीम दशती के निधन की बात स्वीकारी थी।
पंजशीर प्रतिरोध के प्रमुख चेहरों में से एक थे।जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। इलाके में मौजूद चश्मदीदों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया।

वहीं,एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि वहां के पत्रकार मलिक अचकजई ने एक तस्वीर ट्वीट किया है, जिसमें पुरुष और महिलाएं अलग-अलग बैठें है और इनके बीच में एक पर्दा भी लगा हुआ है। उन्होंने तस्वीर के केसाथ एक कैप्शन लिखा है, तालिबान राज में विश्वविद्यालय  की कक्षाएं…
University classes under Taliban in one of the university in
-Malik Achakzai,@MalikAchkJourno
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