पश्चिम बंगाल के वाणिज्य और उद्योग विभाग मंत्री पार्थ चटर्जी को सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में शनिवार को सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि उनकी गिरफ्तारी 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद की गई। पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में लिया है। अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रूपये कैश मिले हैं। इतना ही नहीं यहां से 20 मोबाइल भी बरामद किया गया।
गौरतलब है कि वाणिज्य और उद्योग विभाग के वर्तमान मंत्री पार्थ चटर्जी अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल महासचिव हैं। पार्थ चटर्जी के पास संसदीय कार्य मंत्रालय का विभाग भी है। 2014 से 2021 तक चटर्जी ममता बनर्जी की कैबिनेट में शिक्षा मंत्री थे।
शुक्रवार को पार्थ चटर्जी और एक अन्य मंत्री सहित दर्जन भर लोगों के घरों पर सुबह ईडी ने कार्रवाई की। ईडी की टीम सुबह चटर्जी के आवास पहुंची और उनसे एसएससी घोटाले के सिलसिले में पूछताछ की। ईडी की यह कार्रवाई कोलकाता हाई कोर्ट की एक पीठ द्वारा सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में हुई धांधली के बाद सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इन सरकारी स्कूलों को सरकार द्वारा मदद दी जाती है। जबकि ईडी ने इस भर्ती प्रक्रिया में हुई भर्ती में धन शोधन यानी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है।
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