तेलंगाना सुरंग हादसा: ​लोगों​ के बचने की उम्मीद जगी, 8 में से चार की लोकेशन का पता!

श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग की छत ढहने से उसके नीचे 22 फरवरी से आठ लोग (इंजीनियर और श्रमिक) फंसे हुए हैं​|​

तेलंगाना सुरंग हादसा: ​लोगों​ के बचने की उम्मीद जगी, 8 में से चार की लोकेशन का पता!

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तेलंगाना मेंश्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग की छत ढहने से उसके नीचे 22 फरवरी से आठ लोग (इंजीनियर और श्रमिक) फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जोर-शोर से जारी है| ​बता दें कि सुरंग की छत ढहने के बाद सप्ताह भर से जारी बचाव अभियान के दौरान एक सफलता उस​ समय मिली​, जब इसमें फंसे कुल आठ लोगों में से चार की ‘लोकेशन’ का पता लगा लिया गया|

हालांकि, उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों के बचने की उम्मीद बेहद कम है|कृष्ण राव सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी के साथ बचाव अभियान में शामिल अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए|उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में काफी प्रगति हुई है|
 
एसएलबीसी सुरंग परियोजना के बचाव अभियान में 18 संगठन, 54 अधिकारी और 703 कर्मी लगे हुए हैं। बता​ दें कि 22 फरवरी से श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग की छत ढह जाने से उसमें आठ लोग फंस गए थे। इन्हीं आठ लोगों को सुरक्षित निकालने का अभियान चल रहा है।
सुरंग में फंसे हुए लोगों की पहचान मनोज कुमार (यूपी), श्रीनिवास (यूपी), सनी सिंह (जम्मू-कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब) और संदीप साहू, जेगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू के रूप में हुई है। ये सभी झारखंड के रहने वाले हैं।
 
कृष्ण राव ने कहा कि जहां चार लोगों के होने के स्थान की पहचान की गई है, वहां हाथ से गाद निकालने का काम किया जा रहा है जिसके रविवार शाम तक पूरा होने की उम्मीद है|राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के वैज्ञानिकों ने ‘ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार’ (जीपीआर) का उपयोग किया और इस दौरान उन्हें महत्वपूर्ण सुराग मिला|
मंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि बाकी चार लोग टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के नीचे फंसे हैं जिनके बारे में पता लगाने में कुछ समय लग सकता है| उन्होंने उम्मीद जताई कि रविवार शाम तक लोगों को बाहर निकाल लिया जाएगा​, जिन चार लोगों के बारे में पता चला है, उनकी स्थिति के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले दिन ही कहा था कि फंसे हुए लोगों के बचने की संभावना बहुत कम है|

उन्होंने कहा कि 450 फुट ऊंची टीबीएम को काटा जा रहा है और इस अभियान में करीब 11 एजेंसियों के कर्मी शामिल हैं|अभियान में देरी को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना का जिक्र करते हुए कृष्ण राव ने कहा कि इस प्रयास में शामिल लोग विशेषज्ञ हैं, लेकिन सुरंग के अंदर कीचड़ सहित अन्य स्थितियों को देखते हुए बचाव कार्य जटिल है|कृष्ण राव ने कहा कि अभियान जारी है, इसलिए सुरंग में फंसे लोगों के परिवारों को भी उम्मीदें हैं|

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