श्रीनगर। टी 20 विश्वकप मैच में पाकिस्तान की जीत पर कश्मीर में जश्न मनाने वालों पर शिकायत कराने पर आतंकी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट (यूएलएफ) उन्हें माफ़ी मांगने या गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। संगठन ने कहा है कि हमें इस बारे में पूरी जानकारी है कि शिकायत कराने के पीछे किसका हाथ है। आतंकी संगठन ने शिकायतकर्ताओं को 48 घंटे का समय दिया है। बता दें कि रविवार को टी 20 विश्वकप मैच में पाकिस्तान की टीम ने भारत दस विकेट से जीत दर्ज की थी जिसके बाद भारत में एक समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाया था।
ULF ने इस महीने की शुरुआत में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में प्रवासी कामगारों पर हमले की जिम्मेदारी ली थी। पाकिस्तान द्वारा मैच में भारत पर 10 विकेट से जीत हासिल करने के बाद घाटी में कई जगहों पर जश्न के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। जीत के बाद जश्न में पटाखे भी फोड़े गए थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भारत पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मेडिकल छात्रों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं। श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज करण नगर और SKIMS सौरा में हॉस्टल में छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
सांबा जिले में भी छह लोगों को हिरासत में लिया गया। जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मानवीय आधार पर यूएपीए के आरोपों को वापस लेने का आग्रह किया है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना ने कहा कि भारत पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वालों को देश के खिलाफ साजिश वालों को जेल में डाल दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जो कोई भी हमारी मातृभूमि की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा पैदा करेगा उसे कुचल दिया जाएगा। बता दें जश्न मनाने वालों का महबूबा मुफ्ती ने सपोर्ट किया है। उन्होंने इस संबंध विराट कोहली का उदाहरण भी दिया।