74वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। उनके साथ मुख्य अथिति अब्देल फतेह अलसीसी जिनका स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से किया। इसके बाद राष्ट्रगान हुआ। गणतंत्र दिवस में राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दिए जाने की परंपरा है। इस दौरान पहली बार राष्ट्रध्वज को भारत में बनी 105MM इंडियन फील्ड गन से सलामी दी गई। इसी के साथ परेड की शुरुआत हो गई है। परेड की खास बातें-
स्वदेशी हथियार हैं में अर्जुन टैंक, वज्र तोपों और आकाश मिसाइल सिस्टम के अलावा कर्तव्य पथ पर ब्रह्मोस मिसाइल नजर आई। लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने एयर डिफेंस मिसाइल रेजिमेंट की ओर से आकाश वेपन सिस्टम को लीड किया। वहीं उनके साथी लीडर कैप्टन सुनील दशराथे थे। लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने नौसेना की टुकड़ी के 144 सेलर्स का नेतृत्व किया। 3 महिला और 6 पुरुष अग्निवीर पहली बार कर्तव्य पथ पर नजर आए।
सिग्नल कॉर्प्स की डेयर डेविल्स टीम ने कर्तव्य पथ पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। कॉर्प्स के हवलदार सुजीद मोंडल ने 18 फीट ऊंची सीढ़ी लगाकर मोटरसाइकिल चलाई। दरअसल दुनिया में कभी भी मोटरसाइकिल पर इतनी ऊंचाई वाली सीढ़ी से सवारी नहीं की गई। लांस नायक अजय यादव ने मोटरसाइकिल पर 50 योग मुद्राएं दिखाईं और नायक स्वप्निल ए ने सूर्य नमस्कार किया।
पहली बार बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की ऊंटों की टुकड़ी में महिला अफसर को शामिल किया गया है। सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम आकाश टुकड़ी का नेतृत्व लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने किया। इनमें आर्मी के 3 और एयरफोर्स और नेवी की एक-एक मेंबर्स शामिल थे।
इंडियन एयरफोर्स की स्पेशल गरुड़ कमांडो फोर्स भी परेड में नजर आएगी। ये सभी तरह के आधुनिक हथियार चलाने में माहिर होते हैं। अभी इस फोर्स में 1780 कमांडो हैं। ये एंटी टेरर ऑपरेशन और एयर-फील्ड डिफेंस में एक्सपर्ट होते हैं।
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