शुरुआती कारोबार में बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.1 लाख करोड़ रुपए घटकर 462.4 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। अमेरिका में कमजोर मैन्युफैक्चरिंग आंकड़ों से एक बार फिर मंदी की आशंका बढ़ गई है। इससे ग्लोबल मार्केट्स में भारी बिकवाली दिख रही है। इसका असर भारतीय बाजार में भी दिख रहा है।
निफ्टी आईटी, पीएसयू बैंक और मेटल में एक फीसदी गिरावट आई है। एनएसई पर ओएनजीसी, विप्रो और एलटीआईएम में दो फीसदी गिरावट आई है। इस गिरावट से निवेशकों को 3.1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3.1 लाख करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 462.4 लाख करोड़ रुपये रह गया है।
जीआईसी के शेयरों में 5 फीसदी गिरावट दिख रही है। सरकार इस कंपनी में अपनी कुछ हिस्सेदारी ओएफएस के जरिए बेच रही है। इस बीच KIMS का शेयर 2,655 रुपये के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है। स्टॉक स्प्लिट के लिए एक्स-डेट की घोषणा होने के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी आई है। सेंसेक्स की गिरावट में सबसे बड़ी भूमिका इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, टीसीएस, भारती एयरटेल और एसबीआई की रही। जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील में 1.5 फीसदी की गिरावट रही।
बता दें कि शुरुआती कारोबार में बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.1 लाख करोड़ रुपए घटकर 462.4 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन सुबह 09 बजकर 47 मिनट पर सेंसेक्स 578.81 (0.70 प्रतिशत) अंकों की गिरावट के साथ 82,013.32 के स्तर पर जबकि निफ्टी 170.95 (0.68 प्रतिशत) अंक टूटकर 25,108.90 के लेवल पर कारोबार करता दिखा।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर: सेंसेक्स के शेयरों में आईटी, फाइनेंशियल और मेटल सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली दिखी। इसके कारण बाजार नीचे फिसल गया। इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, टीसीएस, भारती एयरटेल और एसबीआई के शेयरों में गिरावट से इंडेक्स को सबसे अधिक नुकसान हुआ। जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील के शेयर इस दौरान टॉप लूजर्स रहे, इनमें 1.5% तक की गिरावट दर्ज की गई।
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