यूक्रेन- रूस विवाद इन दिनों पूरे विश्व में एक चिंता का विषय बना हुआ है। मेरिका सहित कई देश इन दोनों देशों की सैन्य गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर रखे हुए है। यूक्रेन-रूस के बिगड़ते राजनयिक संबंध और बढ़ते सीमा विवाद के बीच यूरोपीय देशों में विश्व युद्ध की आहट भी सुनाई दे रही है।
इस बीच रूस ने भारत के संतुलित और स्वतंत्र रुख की सराहना की। . पूर्वी यूरोप में स्थित यूक्रेन को लेकर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों और रूस के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर भारत के रुख पर मास्को का यह बयान सामने आया है। नई दिल्ली में स्थित रूसी दूतावास ने कहा, ‘हम भारत के संतुलित, सैद्धांतिक और स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं।
यूक्रेन संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थायी प्रतिनधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने दोनों देशों के मध्य बढ़ते तनाव को कम करने की अपील की। दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी कहा कि भारत तत्काल तनाव घटाने और संकट का समाधान सतत कूटनीतिक वार्ता से करने का हमेशा से समर्थक रहा है।
इसके अलावा वह नौसेना अभ्यास के लिए काला सागर में युद्ध पोत भी भेज रहा है, जिससे नाटो देशों के बीच यह अंदेशा बढ़ गया है कि यूक्रेन पर रूस हमला कर सकता है। लेकिन, रूस ने यूक्रेन पर हमला करने की किसी भी योजना से इनकार किया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने चेतावनी दी कि रूस द्वारा आक्रामक कार्रवाई के गंभीर परिणाम होंगे।
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