ढाका। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हुए हमले को लेकर अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने कड़ी आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्र ने इस मामले में कहा है कि यह संविधान के मूल्यों के खिलाफ और इसे रोकने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र ने सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर मिया सेप्पो ने ट्वीट करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हालिया हमले सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा से प्रेरित, संविधान के मूल्यों के खिलाफ हैं और इसे रोकने की जरूरत है। हम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं। हम सभी से समावेशी सहिष्णु बांग्लादेश को मजबूत करने के लिए हाथ मिलाने का आह्वान करते हैं। अमेरिका ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों पर हाल में हुए हमलों की घटनाओं की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि धर्म चुनने की आजादी, मानवाधिकार है।
दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति, फिर चाहे वह किसी भी धर्म या आस्था को मानने वाला हो, उसका अपने अहम पर्व मनाने के लिए सुरक्षित महसूस करना जरूरी है। प्रवक्ता ने कहा, ‘विदेश मंत्रालय, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों पर हाल में हुए हमलों की घटनाओं की निंदा करता है। बांग्लादेश में अफवाह के बाद भड़की हिंसा में अब तक छह लोग मारे जा चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, पीरगंज में हिंदुओं के कम से कम 66 घर आग के हवाले कर दिए गए। गृहमंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हिंदुओं के घर जलाने वाले दोषियों की पहचान की गई और 45 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि, अब तक 71 से ज्यादा केस में 450 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
समाचार पत्र द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार हिंदू समुदाय के नेताओं ने सोमवार शाम ढाका में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी से मुलाकात की है। ढाका स्थित संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी का संदेश इस वजह से आया है, क्योंकि हाल ही में संपन्न दुर्गा पूजा समारोह के दौरान अल्पसंख्यकों हिंदुओं को टारगेट करते हुए सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली है। बता दें कि कुरान के अपमान की अफवाह के बाद नवमी के अवसर पर दुर्गापूजा पंडालों में कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ के साथ हिंसक वारदातें भी हुई। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। वहीं, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2014 के बाद से बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर तेज हो गए। जिसमें 1201 घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ की गई। इतना ही नौ साल में अल्पसंख्यकों के 3721 घरों और अन्य को निशाना बनाया गया।