UP Election: बाइस नहीं मिलेंगी बबुआ! यकीन न हो तो ‘बुआ’ से पूछ लो

UP Election: बाइस नहीं मिलेंगी बबुआ! यकीन न हो तो ‘बुआ’ से पूछ लो

लखनऊ। शनिवार को बीजेपी ने कार्टून बनाकर बिना नाम लिए अखिलेश पर तंज किया है। कार्टून को ट्वीट कर लिखा गया कि एक लड़के ने अपने पिताजी से उनकी साइकिल छीन ली। फिर उस साइकिल का बुरा हाल करके छोड़ दिया, अब वो लड़का ‘बाईस साइकिल’ के ख्वाब देख रहा है, जो एक न संभाल पाया वो ‘बाईस’ क्या संभालेगा? बाईस नहीं मिलेंगी बबुआ! न यकीन हो तो एक बार ‘बुआ’ से पूछ लो।

2022 चुनाव से पहले अब सभी राजनीतिक दल अब पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रहे है। बसपा, कांग्रेस और सपा सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी पर हमलावर हैं, वहीं बीजेपी का जवाब पहले से तैयार मिलता है। इसके लिए बीजेपी ने बड़ी तैयारी की है। पार्टी ने पहली बार मंडल स्तर तक मीडिया प्रभारियों की नियुक्ति की है। तैयारी ये है कि विधानसभा चुनाव में प्रदेश स्तर से लेकर जिलों और कस्बों तक में पार्टी और सरकार की वो बातें पहुंचे, जिनको बीजेपी लोगों को बताना चाहती है, ‘प्रबंधन और प्रशिक्षण’ का कार्यक्रम चल रहा है। बीजेपी सभी 1918 संगठनात्मक मंडलों में वर्कशॉप का आयोजन कर रही है जो 7 अक्टूबर तक चलेगा। बीजेपी के प्रवक्ता, पैनलिस्ट, प्रदेश मीडिया प्रभारी, सह-प्रभारी सभी संगठनात्मक जिलों में प्रवास कर मीडिया टीम के साथ बैठक करेंगे।

नवरात्रि से नवंबर तक 200 कार्यक्रम करने का प्लान

भाजपा जातिगत समीकरणों को साधने के लिए अब जाति आधारित सम्मेलन करने जा रही है, पूरे प्रदेश में छोटी-छोटी जातियों के 200 सम्मेलन किये जाएंगे। ये सम्मेलन नवरात्रि से शुरू होकर नवम्बर अंत तक चलेंगे। निषाद, प्रजापति, यादव, सैनी, तेली, कुशवाहा, मौर्य, प्रजापति, कुर्मी, पटेल, चौरसिया, साहू, गंगवार, दर्ज़ी, पाल, विश्वकर्मा, धीमान, जांगिड़, लोधी, मैथिल, नाई , सैन, सविता, स्वर्णकार जैसी तमाम जातियों के सम्मेलन कराए जाएंगे. बताया जा रहा है कि विधानसभा बार जाति की संख्या के आधार पर दो विधानसभाओं में एक सम्मेलन कराया जाएगा,

जिस विधानसभा में जिस जाती का प्रभाव है उस विधानसभा में उस जाती का सम्मेलन कराया जाएगा.इसके अलावा इन जातियों के ऐसे प्रभावशाली लोग जो किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखते उनको भी अपने साथ लाने की कोशिश की जाएगी। इन जातियों से संबंधित भाजपा के प्रदेश और केंद्र के तमाम नेता करेंगे कार्यक्रम. जैसे रघुवर दास, सुशील मोदी, भूपेंद्र यादव, एसपी बघेल, कौशल किशोर, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह जैसे तमाम नेताओं की अपनी अपनी जातियों के सम्मेलनों में ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कई सम्मेलनों को सबोधित करेंगे।

 

Exit mobile version