बस्ती। 50 हजार का इनामी बलात्कारी बाबा सच्चिदानंद को लखनऊ की एसटीएफ टीम ने अमरोहा से गिरफ्तार कर बस्ती पुलिस के हवाले किया। जिले के कोतवाली थाना में बलात्कार समेत अन्य धाराओं में 6 और लालगंज थाने में एक मुकदमा दर्ज है। 2017 से बस्ती पुलिस को बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की तलाश थी। बस्ती में अमहट पुल के पास बने संत कुटीर आश्रम के बाबा सच्चिदानंद पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था, पुलिस की आँखों मे धूल झोककर फरार आरोपी बाबा को तब से आज तक पुलिस खोज रही थी। बलात्कारी बाबा के नाम भी अनेक है, सच्चिदानंद उर्फ दयानंद उर्फ भक्तानंद उर्फ प्रशांत कुमार उर्फ संत कुमार जैसे उसके नाम हैं। मीठापुर गुमटी गया परमा बिहार के रहने वाले इस बलात्कारी बाबा के बस्ती में कई आश्रम थे।
बाबा के ऊपर अपनी ही शिष्याओं, साध्वियों के बलात्कार और यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। कई वर्षों से फरार बाबा के आश्रम की तत्कालीन सीओ सिटी आलोक सिंह ने कुर्की तक की कार्रवाई की थी पर बाबा पुलिस के हाथ नहीं आया था। बिहार का रहने वाला बाबा सच्चिदानंद भोली भाली जनता के साथ पहले पूजा पाठ का नाटक करवाता था फिर नाबालिग लड़कियों को अपने यहां दासी बनवाता था ,फिर शुरू होता था लड़कियों के यौन शोषण का सिलसिला। इस घिनौनी करतूत में बाबा के साथ कुछ साध्वी भी शामिल थी। बाबा कहता था मेरे साथ रहने से मोक्ष की प्राप्ति होगी। झारखंड उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ युवतियों ने विरोध किया और आश्रम से बाहर आकर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया, लगातार मुकदमों से आहत होकर बाबा ने युवतियों के घरवालों के ऊपर उल्टा मुकदमा दर्ज करा दिया।