UP: ​पाक​ आईएसआई की महिला एजेंट से रोज 50 से अधिक चैट करता था रविंद्र;​ कई चौंकाने वाले खुलासे​! 

फेसबुक पर फोटो देखकर रविंद्र कुमार निशाने पर आया था। एटीएस सोशल मीडिया एकाउंट खंगाल रही है। 

UP: ​पाक​ आईएसआई की महिला एजेंट से रोज 50 से अधिक चैट करता था रविंद्र;​ कई चौंकाने वाले खुलासे​! 

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ऑर्डनेंस फैक्टरी हजरतपुर में चार्जमैन बुंदू कटरा निवासी रविंद्र कुमार को एटीएस ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसने मोबाइल के माध्यम से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की एजेंट को संवेदनशील व गोपनीय जानकारियां भेजी थीं। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट से फिरोजाबाद की ऑर्डिनेंस फैक्टरी का चार्जमैन रविंद्र कुमार यूं ही संपर्क में नहीं आया। एक गलती से वह जाल में फंस गया।
एटीएस की पड़ताल में सामने आया कि उन्होंने फेसबुक पर फैक्टरी में खिंची फोटो को शेयर किया था। इस फोटो से ही वह निशाने पर आ गया। एजेंट चार्जमैन से व्हाट्सएप पर हर दिन चैट करती थी। 50 से अधिक मैसेज करती थी। वॉयस और वीडियो कॉल पर भी जानकारी हासिल कर रही थी।

बुंदू कटरा निवासी रविंद्र कुमार से फेसबुक पर पाकिस्तानी एजेंट कथित नेहा शर्मा ने जून 2024 में संपर्क किया था। रविंद्र कुमार ने फेसबुक पर अपने फोटो शेयर किए थे। युवती ने बातचीत के दौरान सबसे पहले इन फोटो की जानकारी ही रविंद्र कुमार से ली थी।

खुद को भी इसरो से जुड़ा बताया था। उन्होंने रविंद्र कुमार से आर्डनेंस फैक्टरी से जुड़ी जानकारी लेना शुरू कर दिया। इसके बावजूद वह युवती के इरादों को नहीं समझ पाए। एटीएस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में सामने आया कि रविंद्र कुमार को युवती व्हाट्सएप पर 50 से अधिक मैसेज करती थी। इनका जवाब भी रविंद्र दे रहे थे। बाद में हर दिन वीडियो और वॉयस कॉल भी होने लगे। युवती की फ्रेंड लिस्ट में कई भारतीय लोग भी शामिल थे। इस कारण ही रविंद्र ने विश्वास कर लिया।

फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित आर्डनेंस फैक्टरी में गगनयान, ड्रोन, थल और वायु सेना के प्रोजेक्ट से संबंधित कई उपकरण तैयार किए जाते हैं। आईएसआई एजेंट इन्हीं सब की जानकारी चार्जमैन से ले रही थी। कई दस्तावेज ऐसे थे, जो चार्जमैन के पास नहीं होने चाहिए थे। यह कहां से आए थे? चार्जमैन को कौन उपलब्ध करा रहा था? यह पता किया जा रहा है।

एटीएस यह भी पता कर रही है कि चार्जमैन के बैंक खातों में कहीं बाहर से रकम तो नहीं आई है। फिलहाल उसके रहन सहन में कोई बदलाव नहीं हुआ था। मगर, आशंका है कि उन्होंने रकम को कहीं निवेश किया हो। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। मोबाइल को कब्जे में लेने के साथ ही खातों की जानकारी भी जुटाई जा रही है।

आईएसआई के एजेंट हैंडलर युवती अपनी आईडी ऐसे नामों से बनाती हैं, जिनसे लोग उन्हें भारतीय समझें। चार्जमैन को जाल में फंसाने के लिए भी नेहा शर्मा नाम से आईडी को बनाया था। आईडी में कई फ्रेंड भारतीय थे। फोटो भी थे, जिनसे नहीं लग सकता था कि कोई और है। एटीएस भी अब नेहा शर्मा की फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों का डाटा तैयार कर रही है।

एटीएस (आतंकवादी निरोधी दस्ता) की ओर से हजरतपुर ऑर्डनेंस फैक्टरी के कर्मचारी की गिरफ्तारी होने पर कर्मचारियों में दहशत है। चार दिन छुट्टी के बाद सोमवार को ओईएफ खुलेगी। कर्मचारी होने वाली सख्ती और पूछताछ के बारे में आशंकित हैं।

ऑर्डनेंस फैक्टरी हजरतपुर में चार्जमैन बुंदू कटरा निवासी रविंद्र कुमार को एटीएस ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। उसने मोबाइल के माध्यम से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की एजेंट को संवेदनशील व गोपनीय जानकारियां भेजी थीं।

आरोपी पाकिस्तानी एजेंट के जाल में फंसकर उसे सभी जानकारियां दे रहा था। कर्मचारी आशंकित हैं कि सोमवार को जब वे ड्यूटी पर पहुंचेंगे तो उनके लिए नए क्या आदेश होंगे। कर्मचारी अपना मोबाइल पास रख पाएंगे या नहीं। रोक लग सकती है। अन्य बदलाव भी हो सकते हैं। एक कर्मचारी के वजह से सभी कर्मचारियों को शक की नजर से देखा जाएगा।

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