काबुल में अमेरिकी दूतावास के पुनः खुलेगा, तालिबान प्रशासन का बड़ा दावा

फ़िलहाल तालिबान प्रशासन अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने और अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के प्रयास कर रहा है।

काबुल में अमेरिकी दूतावास के पुनः खुलेगा, तालिबान प्रशासन का बड़ा दावा

US Embassy will reopen in Kabul, Taliban administration makes big claim

तालिबान प्रशासन ने संकेत दिया है कि काबुल में अमेरिकी दूतावास फिर से खुल सकता है। इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि वाशिंगटन में अफगान दूतावास को तालिबान सरकार को सौंपने और काबुल में अमेरिकी दूतावास को पुनः खोलने के लिए बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को काबुल का दौरा करने वाले अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ साझा किया गया है, और तालिबान प्रशासन अब अमेरिका की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा है।

मुजाहिद ने जोर देकर कहा कि तालिबान प्रशासन अमेरिका के साथ युद्ध का अध्याय बंद कर चुका है और अच्छे संबंध स्थापित करने का इच्छुक है। उन्होंने अमेरिका से काबुल में अपना दूतावास फिर से खोलने की अपील की ताकि दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को बढ़ावा मिल सके।

अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से, यह पहली बार है कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने काबुल का दौरा किया है। प्रतिनिधिमंडल ने तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ द्विपक्षीय संबंधों और कैदियों की अदला-बदली पर चर्चा की।

हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने हाल ही में कहा कि अफगानिस्तान में महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण तालिबान प्रशासन के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों में देरी हो सकती है। उन्होंने महिलाओं को शिक्षा और काम से वंचित करने जैसी नीतियों की आलोचना की।

यह भी पढ़ें:

बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का बयान – घुसपैठ कर अराजकता फैलाने वालों को नहीं दी जाएगी जगह

अलविदा की नमाज में काली पट्टी बांधने की अपील पर मौलाना शहाबुद्दीन ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर साधा निशाना!

बता दें की, फ़िलहाल तालिबान प्रशासन अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने और अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के प्रयास कर रहा है। हाल ही में, सऊदी अरब ने तीन साल बाद काबुल में अपना दूतावास फिर से खोला है, जिसे तालिबान सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता माना जा रहा है।

Exit mobile version