रविवार, 20 अक्टूबर को सन्हौला पुलिस सीमा में एक झील के पास स्थित शिव शक्ति मंदिर में तोड़फोड़ को लेकर भागलपुर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उपद्रवियों ने भगवान राम, लक्ष्मण, माता सीता, राधा कृष्ण और मां दुर्गा की मूर्तियों को तोडा। इस घटना से स्थानीय नाराज हिंदू समुदाय प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर आया।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार रविवार सुबह 7 बजे मंदिर के पुजारी पहुंचे और छह मूर्तियां खंडित पाई। उन्होंने तुरंत गांव वालों को बुलाया और घटना की जानकारी दी। बड़ी संख्या में हिंदू स्थानीय पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए और तीन घंटे तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया।
आक्रोशित स्थानीय लोगों ने हाथ में लाठी-डंडा लेकर थाने पर धावा बोल दिया। थाने के पास सन्हौला और झारखंड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया है। स्थानीय लोगों ने तोड़फोड़ के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
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पुलिस ने मानसिक रूप से बीमार होने का दावा करते हुए एक व्यक्ति को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इस घटना के संबंध में संबंधित व्यक्ति की जांच चल रही है। हालाँकि, स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि मूर्तियों को जितना नुकसान पहुँचाया गया, वह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता। इसके अलावा भक्तों का आरोप है कि मंदिर से 10 लाख रुपये के आभूषण भी चोरी हुए हैं। दरम्यान पुलिस ने अभी तक चोरी के आरोपों की पुष्टि नहीं की है।
पुजारी ने पुलिस को बताया कि उसने एक व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश करते देखा था। पुलिस जल्द ही अन्य संदिग्धों की पहचान करने के लिए मंदिर के पास के कैमरों के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर सकती है।