भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा को विवादित बयान देने के आरोप में पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। उनके इस बयान के बाद राजनीति में कई प्रतिक्रियाएं आई थीं| अब इस मामले में विश्व हिंदू परिषद ने प्रतिक्रिया दी है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने नूपुर शर्मा की भूमिका का समर्थन किया है।
अदालत तय कर सकती है कि नूपुर का बयान कानूनी है या अवैध, अपराध है या नहीं। हालांकि, आलोक कुमार ने कहा कि अदालत के फैसले से पहले ही देश भर में हिंसा हो रही थी।
गौरतलब है कि एक टीवी एक चैनल पर चर्चा के दौरान पंगबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान से देश में हड़कंप मच गया| इसके कारण कानपुर और देश में अन्य जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं। खाड़ी देशों ने भी नूपुर शर्मा के बयान का विरोध किया और मोदी सरकार से नाराजगी जताई| इसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को छह साल के लिए सस्पेंड कर दिया| इस बीच, नुपुर शर्मा के खिलाफ मुंबई और ठाणे पुलिस थानों में मामला दर्ज किया गया है। मुंबई पुलिस ने नूपुर को नोटिस जारी कर 22 जून को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है|
नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने अपने विचार स्पष्ट किए थे| उन्होंने कहा था कि भाजपा धार्मिक एकता में विश्वास करती है। भाजपा कभी भी किसी भी धर्म के आदरणीय प्रतीकों का अपमान स्वीकार नहीं कर सकती। किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं का अपमान करना भाजपा के लिए स्वीकार्य नहीं है।
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