बोकारो स्टील प्लांट में नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे विस्थापित युवाओं पर गुरुवार (3अप्रैल) देर शाम किए गए लाठीचार्ज में एक युवक की मौत के बाद शहर में तनाव फैल गया है। मृतक प्रेम महतो की मौत से आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बोकारो बंद बुलाया, जिसके दौरान हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने तीन बसों समेत पांच वाहनों को आग के हवाले कर दिया और कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। शहर के प्रमुख बाजार और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, जबकि कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने जल आपूर्ति रोकने के लिए तेनुघाट डैम की नहर भी काट दी।
गुरुवार(3 अप्रैल) को बोकारो स्टील प्लांट मुख्यालय ‘इस्पात भवन’ के सामने प्रदर्शन कर रहे विस्थापित युवाओं और सीआईएसएफ के जवानों के बीच झड़प उस वक्त हुई जब आंदोलनकारी बैरिकेड तोड़कर मुख्य परिसर में घुसने की कोशिश करने लगे। जवाबी कार्रवाई में सीआईएसएफ ने लाठीचार्ज किया, जिसमें चार लोग घायल हुए। इलाज के दौरान प्रेम महतो की मृत्यु हो गई।
जिलाधिकारी विजया जाधव के आदेश पर हिंसा और लाठीचार्ज के लिए बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक हरि मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशासन और बीएसएल प्रबंधन ने आंदोलनकारी विस्थापित अप्रेंटिसों की प्रमुख मांगें मान ली हैं, जिनमें नियोजन, मुआवजा और घायलों का मुफ्त इलाज शामिल है।
शहर में स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह और जयराम महतो सहित कई स्थानीय नेता सड़क पर उतर चुके हैं। मामले की जांच के लिए विशेष कमेटी गठित की गई है, जो सीसीटीवी और अन्य साक्ष्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेगी।
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