Russia-Ukraine War: प्रभावित हुआ “वंदे भारत” ट्रेन के पहियों का कार्य

रेलवे ने स्लीपर "वंदे भारत" में तीन क्लास चलाने का फैसला किया है- फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी. इसके अलावा स्लीपर "वंदे भारत" एक्सप्रेस में डिब्बों की संख्या भी अलग-अलग होगी|

Russia-Ukraine War: प्रभावित हुआ “वंदे भारत” ट्रेन के पहियों का कार्य

रेलवे के आत्मनिर्भर भारत के तहत तैयार हुई “वंदे भारत” पर यूक्रेन ने ब्रेक लगा दिया है| अब पहियों का ऑर्डर चेक गणराज्य, पोलैंड और अमेरिका को दिया गया है| फिलहाल यूक्रेन से पड़ोसी देश रोमानिया लाकर तैयार हुए 128 पहियों को वहां से एयर लिफ्ट कराया जायेगा, जिसकी मदद से वंदे भारत का ट्रायल शुरू किया जायेगा|

हालांकि चैन्नई स्थित इंटरनल कोच फैक्ट्री के पूर्व जनरल मैनेजर सुधांशु मणि के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से सप्लाई को लगा झटका रेलवे के लिए बड़ी रूकावट नहीं है| यदि पहले रेक के लिए न्यूनतम 128 पहियों की जरूरत पड़ती है, तो वे ट्रायल शुरू कर सकते हैं और वे यूक्रेन से रोमानिया के जरिए डिलीवरी को तेज करने की कोशिश कर सकते हैं| पश्चिम बंगाल की रेलवे फैक्ट्री में यह व्हील तैयार हो सकते हैं, लेकिन क्षमता कम होने के कारण यूक्रेन की एक कंपनी को इसका ऑर्डर दिया गया|
गौरतलब है कि रेलवे ने स्लीपर “वंदे भारत” में तीन क्लास चलाने का फैसला किया है- फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी. इसके अलावा स्लीपर “वंदे भारत” एक्सप्रेस में डिब्बों की संख्या भी अलग-अलग होगी| भारतीय रेल ने 200 स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए टेंडर जारी किया है मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस के अपग्रेडेशन का काम महाराष्ट्र के लातूर में स्थित मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में या फिर चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया जाएगा|
यह भी पढ़ें-​

महाराष्ट्र​ “योगी” कोई नहीं, केवल सत्ता “भोगी” हैं?- राज ठाकरे

Exit mobile version