एलन मस्क ने जबसे सोशल मीडिया कंपनी टि्वटर को खरीदने के लिए बोली लगाई है, कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल इस डील का विरोध कर रहे हैं| डील पूरी होने के बाद पराग ने यह तक कह डाला कि अब कंपनी का भविष्य अंधेरे में चला गया है|ऐसे में कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या एलन मस्क पराग अग्रवाल को टि्वटर के बॉस के रूप में स्वीकार कर पाएंगे| अगर ऐसा नहीं होता है और पराग को कंपनी से निकाला जाता है तो उन्हें कितने रुपये मिलेंगे|
रिसर्च फर्म इक्विलर ने बताया है कि अगर ऐसा होता है तो पराग अग्रवाल को 42 मिलियन डॉलर (करीब 315 करोड़ रुपये) मिलेंगे| राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले पराग को अगर कंपनी का मालिकाना हक बदलने के 12 महीने के भीतर निकाला जाता है तो उन्हें यह राशि दी जाएगी|
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में साल 2013 में आने के बाद से टि्वटर को पब्लिक कंपनी रखा गया है| इसके को-फाउंडर जैक डॉर्सी ने कभी कंपनी पर व्यक्तिगत मालिकाना हक नहीं जताया|
हालांकि, अब इसे 44 अरब डॉलर में एलन मस्क ने खरीद लिया और वे कंपनी के अकेले मालिक बन गए हैं| उन्होंने 14 अप्रैल के अपने बयान में कहा था कि उन्हें कंपनी के मैनेजमेंट पर भरोसा नहीं है| ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही शीर्ष स्तर पर कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं|
इक्विलर के प्रवक्ता का कहना है कि पराग अग्रवाल को सैलरी के साथ उनके हिस्से में आए इक्विटी शेयरों का भी नकद भुगतान किया जाएगा| मस्क ने अपनी डील 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से फाइनल की है| ऐसे में पराग को करीब 315 करोड़ रुपये मिलने चाहिए| दरअसल, साल 2021 में कंपनी ने को कुल 30.4 मिलियन डॉलर की क्षतिपूर्ति देने की बात कही थी, जिसमें अब और इजाफा हो गया है|
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