फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक और शहर का नाम बदलने की तैयारी कर रही है। सरकार फिरोजाबाद जिले का नाम अब चंद्रनगर करने वाली है। बता दें कि चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध इस शहर का नाम बदलने के लिए संघ लंबे समय से मांग कर रहा है। फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर किये जाने का प्रस्ताव जिला पंचायत ने पास कर दिया है।
सर्वसम्मति से पास हुआ प्रस्ताव: जिला पंचायत कार्यालय सभागार में बोर्ड की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान वित्तीय वर्ष 2021-22 की कार्ययोजना बनाने हेतु विचार विमर्श किया। बोर्ड के समक्ष ब्लाक प्रमुख लक्ष्मी नारायण यादव द्वारा प्रस्ताव रखा कि पूर्व में जनपद फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर था, जिसे बाद में फिरोजाबाद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद का पुनः नाम चंद्रनगर करने का प्रस्ताव इस सदन में पास होकर शासन को विचार हेतु भेजा जाए। इस पर समस्त सदन द्वारा ध्वनिमत से इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया जो अब शासन को भेजा जाएगा। बैठक के दौरान सदन की सर्वसम्मति से जिला पंचायत में विधिक परामर्शदाता की नियुक्त किए जाने का अधिकार जिला पंचायत अध्यक्ष को दिया गया।
संघ लगातार कर रहा है मांग: भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कन्हैया लाल गुप्ता ने कहा कि जनपद का नाम फिरोजाबाद से बदलकर पुनः चंद्र नगर करने की मांग संघ परिवार लंबे समय से करता आया है। उन्होंने कहा कि ब्लाक प्रमुख फिरोजाबाद डॉ.लक्ष्मी नारायण यादव द्वारा जनपद का नाम पुनः चंद्रनगर करने के प्रस्ताव को जिला पंचायत अध्यक्ष एवं बोर्ड द्वारा ध्वनिमत से पारित कर शासन को भेजने का निर्णय स्वागत योग्य है। इस कार्य के लिए ब्लाक प्रमुख फिरोजाबाद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष बधाई के पात्र हैं।
अब तक इन शहरों के बदले गए नाम: इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज, मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन, फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया गया है। यानि अयोध्या शहर फैजाबाद जिले में आता था अब पूरे जिले को ही अयोध्या नाम से जाना जाएगा। मालूम हो कि कई शहरों के नाम बदलने की मांग की जा रही है ,जिसमें आगरा को अग्रवन, आजमगढ़ को आर्यमगढ़, गाजीपुर को गाधिपुरी,सुल्तानपुर को कुशभवनपुर अलीगढ़ को हरीगढ़ शामिल है। इसी कड़ी में गाजियाबाद को भी लेकर मांग की जा रही है। हालांकि अलीगढ़ का नाम बदलने की मांग लंबे समय की है। जब कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे उसी समय बीजेपी और उससे जुड़े संगठन आवाज उठा रहे हैं।