लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जब से बीजेपी सत्ता में आई है तब से बदमाशों की शामत आई हुई है। अब तक 800 जिला स्टार के माफियाओं पर कार्रवाई की गई। इतना ही नहीं लगभग ढाई अरब की संपत्ति भी जब्त की गई है।इन पर करीब 8000 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था में सुधार की बात की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि प्रदेश में अपराधियों की कोई जगह न हो. या तो अपराधी जेल में रहें या प्रदेश के बाहर। योगी सरकार ने पिछले चार साल में ऐसे माफियाओं को भी चिन्हित किया है जो जिले स्तर पर अपनी धाक जमाए रहते हैं। यूपी पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में पता चला है कि अब तक 800 अपराधी माफियाओं को चिन्हित किया गया है। इन पर करीब 8000 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वहीं 668 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मुठभेड़ में इनमें से तीन माफिया ढेर किए जा चुके हैं। वहीं 12 आरोपियों की संपत्ति भी कुर्क की जा चुकी है और 25 पर रासुका की कार्रवाई की गई है।
567 ऐसे आरोपी हैं जिन पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई है। जिले स्तर पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले 233 अपराधियों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।11 माफियाओं के हथियार लाइसेंस भी रद्द किए गए हैं ।247 माफिया अब तक जेल भेजे जा चुके हैं, वहीं 382 माफियाओं की हिस्ट्रीशीट खोली गई हैं। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए छोटे लेवल पर भी काम किया जा रहा है. ताकि प्रदेश में जनता खौफ में न रहे।
अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। भू-माफियाओं के खिलाफ अभियान में पिछले चार साल में 484 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से दो पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया, जबकि 170 को गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी कार्यवाही का सामना करना पड़ा।