कमजोर इम्यूनिटी के यह हैं लक्षण

कमजोर इम्यूनिटी के यह हैं लक्षण

corona ने एक बार फिर तेजी से वापसी की है। ऐसे में हर किसी को इससे बचाव करने की जरूरत है। मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखने के साथ जरूरी है कि शरीर की कमजोर इम्यूनिटी भी मजबूत हो। सिर्फ कोरोना ही नहीं किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने के लिए आपका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होना चाहिए। अगर आपका इम्यून सिस्टम  स्ट्रॉन्ग है तो आप कई तरह के इन्फेक्शंस यहां तक की कैंसर जैसी बीमारी से भी मुकाबला कर सकते हैं। वहीं प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है तो आपको तुरंत सतर्क होने की जरूरत है।यहां  कुछ लक्षण हैं, जिनके आधार पर आप जान सकते हैं कि आपकी इम्यूनिटी वीक है।

कमजोर इम्यून सिस्टम और तनाव एक-दूसरे से जुड़े हैं। अगर आप लंबे वक्त तक तनाव लेते रहते हैं तो प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। स्ट्रेस से शरीर की वाइट ब्लड सेल्स और लिम्फोसाइट्स घट जाती हैं। इनका काम बाहरी इन्फेक्शंस से शरीर की रक्षा करना होता है।
अगर आपको आपको बार-बार कान में इन्फेक्शन, साइनस या न्यूमोनिया या पेट खराब होने जैसी समस्याएं हो रही हों और साल में 3 बार एंटीबायोटिक लेनी पड़ें तो अलर्ट हो जाएं। इन संक्रमणों से लड़ने के लिए शरीर में नैचुरल एंटीबायोटिक्स होती हैं अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं, इसका मतलब शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है।
मेडिकल साइंस के मुताबिक, एक अडल्ट को साल में 3 बार जुकाम होना सामान्य है। अगर आपको बार-बार सर्दी-जुकाम होता रहता है, इसका मतलब आपका इम्यून सिस्टम वीक है। इम्यूनिटी ठीक है तो ऐसे संक्रमण 2-4 दिन में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
पूरे दिन आलस और थकान लगना भी स्लो इम्यून सिस्टम का लक्षण है। आपने रात में पूरी नींद ली हो फिर आपके शरीर की एनर्जी लो रहे तो सतर्क हो जाएं।
इम्यून सिस्टम कमजोर है तो वह नई स्किन जल्दी नहीं बना पाता। ऐसे में अगर आपकी चोट सही होने में वक्त ले रही है तो आपको अपनी लाइफ स्टाइल पर ध्यान देने की जरूरत है।

 

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