मुंबई। महाराष्ट्र सदन घोटाले में पीडब्लूडी के अधिकारियों को बरी जाने से उत्साहित राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने भी खुद को दोष मुक्त करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है पर इसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) और सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया भी कोर्ट पहुंच गई हैं। दोनों ने भुजबल को इस घोटाले के मामले में आरोप मुक्त करने का विरोध किया है। इस बीच इस प्रकरण को लेकर शिकायत करनेवाली सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया ने भी मुंबई की विशेष न्यायालय में आवेदन कर इस मामले में हस्तक्षेप करने की अनुमति मांगी हैं।
न्यायाधीश के सामने एसीबी ने हलफनामें में दिए गए जवाब में कहा है कि उसके पास भुजबल के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। इसलिए उन्हें मामले से आरोप मुक्त न किया जाए।
हालांकि भुजबल व उनके बेटे पंकज व भतीजे समीर ने इस मामले में खुद पर लगे अनियमितताओं से जुडे सभी आरोपों का खंडन किया है। भुजबल ने आवेदन में खुद पर लगे सभी आरोपों को आधाराहीन बताया है। न्यायाधीश ने अब इस मामले की सुनवाई 21 अगस्त को रखी है। गौरतलब है कि इस कथित घोटाले के समय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता भुजबल सार्वजनिक निर्माण कार्य (पीडबल्यूडी) मंत्री थे। पिछले दिनों एसीबी की विशेष अदालत ने इस मामले से पीडबल्यूडी विभाग के एक इंजीनियर सहित पांच आरोपियों को आरोपमुक्त किया था। इसके साथ ही कहा था कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करने में अनुचित जल्दबाजी दिखाई गई थी।