मुंबई। देश में बढ़ती आबादी के साथ ही बड़ी संख्या में वाहनों में भी इजाफा हो रहे होने के मद्देनजर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भविष्य में डीजल और पेट्रोल के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने की अपील की है। गडकरी मराठी विज्ञान परिषद के ‘ विज्ञान दर्पण ‘ कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने इस दौरान बताया कि वाहन निर्माताओं को डीजल इंजन वाले वाहनों का उत्पादन और बिक्री रोकने और अन्य तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए कहा गया है। उपभोक्ताओं के पास 100% पेट्रोल या 100% बायो-इथेनॉल पर वाहन चलाने का विकल्प होगा।
वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकी को दें बढ़ावा
रविवार को मराठी विज्ञान परिषद द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम ‘ विज्ञान दर्पण ‘ में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वालों को परिषद की ओर से मानद सदस्यता प्रदान की गई। समारोह में डॉ. प्रेमानंद रमानी, डॉ. दिलीप भवालकर, डॉ. अनिल मोहरीर, डाॅ. विजय भाटकर व प्रा. हेमचंद्र प्रधान आदि गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। गडकरी ने समारोह में कहा कि डीजल से होने वाला प्रदूषण पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। उद्योगों को वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना चाहिए और अब वैकल्पिक ईंधन के लिए अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
क्या है E20
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्योगों द्वारा E20 के अनुकूल वाहन तेजी से विकसित होने की उम्मीद है। E20 वाहन ईंधन में 20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल का मिश्रण होगा।
मुंबई में जरूरी है सड़क निर्माण
गडकरी ने यह भी कहा कि देश में अब बड़ी मात्रा में इथेनॉल, मेथनॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी, बिजली, ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाना चाहिए। फिलहाल केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि सार्वजनिक वाहन बिजली से चले और अन्य वाहन ग्रीन हाइड्रोजन से चलें। यदि ईंधन बदल दिया जाता है, तो प्रदूषण कम हो जाएगा और प्रदूषणमुक्त भारत पर ध्यान देना चाहिए। वैज्ञानिकों को अब वेस्ट टू वेल्थ पर काम करना चाहिए। मुंबई में सड़क निर्माण के मुद्दे पर गडकरी ने कहा कि भौगोलिक स्थिति को देखते हुए मुंबई में सड़क निर्माण की जरूरत है। भौगोलिक परिस्थितियों और वर्षा को ध्यान में रखते हुए पक्की सड़कों का निर्माण बेहद जरूरी है।