मुंबई। कोरोना की संभावित तीसरी लहर बच्चों के लिए नुकसानदेह हो सकती है। इसको लेकर राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को बाल रोग स्पेसलिस्ट से बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि घबराओ मत, चिंता मत करो, अपने परिवार के डॉक्टर, जिसे मैं “मेरा डॉक्टर” कहता हूं, को समय पर बच्चे को दिखाएं ताकि इलाज तुरंत शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी का दायरा बढ़ रहा है। फिलहाल कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या तीसरी लहर आएगी और अगर ऐसा है तो कितने बच्चे संक्रमित होंगे, लेकिन हमें सावधान रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में वरिष्ठ नागरिक और दूसरी लहर में युवा कोरोना से संक्रमित हुए। संक्रमण की उम्र कम हो रही है।
इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर से बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। हम कोरोना के खिलाफ जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसमे पूरी तरह सफल नहीं है, लेकिन मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने में हम सफल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पिछले रविवार को ही मैंने राज्य के सभी डॉक्टरों से बात की थी। छोटे बच्चों के मामले में यह कहना गलत नहीं होगा कि हमारे अंदर डॉक्टरों पर अंधविश्वास है। डॉक्टर जो इलाज कहते हैं हम अपने छोटे बच्चों के मामले में करते हैं। लेकिन सावधान रहें कि इलाज बीमारी को बदतर न बनाएं। क्या करना है और क्या नहीं यह अपने डॉक्टर से जान लें। डॉक्टर भी बच्चों के माता-पिता को आश्वस्त करें और उन्हें उचित मार्गदर्शन दें।
ध्यान दें कि कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुसरी लहर में ऑक्सीजन और अन्य चीजों की कमी देखी गई लेकिन हमने अब ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। हम भविष्य के लिए सुविधाओं का विस्तार भी कर रहे हैं। टीकाकरण के मामले में, मैं दोहराना चाहूंगा कि हम 18-44 आयु वर्ग के लिए 12 करोड़ टीका खरीदने की हमारी तैयारी है। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और मुझे यकीन है कि जून के बाद टीकों की आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी और हम महाराष्ट्र के सभी नागरिकों का तेजी से टीकाकरण शुरू कर सकते हैं।