हिम्मत हो तो फडणवीस के घर तक पहुंचकर दिखाएं राउत

शिवसेना सांसद को शेलार की चुनौती

हिम्मत हो तो फडणवीस के घर तक पहुंचकर दिखाएं राउत

भाजपा विधायक आशीष शेलार ने शिवसेना सांसद संजय राऊत को मानसिक बीमार बताते हुए कहा कि अगर वे इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो राउत साहब, आप घर देवेन्द्र फडणवीस के घर तक आकर दिखाओ। पिछले दिनों राऊत ने फडणवीस का नाम लिए बैगर कहा था कि हम शिवसैनिक हैं, नागपुर पहुचने नहीं देंगे। समझा जा रहा कि उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस की तरफ था।

पूर्व मंत्री शेलार ने कहा कि सांसद संजय राउत हमारे दोस्त हैं, लेकिन 2014 से 2021 तक हर दिन भाजपा के नेतृत्व के बारे में बात कर रहे  और कुछ भी लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप हर दिन बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश करते रहे हैं, लेकिन सात साल में ईडी ने आपका पीछा नहीं किया। आप के इतना बोलने पर भी ईडी जांच नहीं शुरू हुईं। ईडी आज आप के पीछे है क्योंकि आज आपके भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। महाविकास अघाड़ी सरकार के लिए लड़ने वाले संजय राउत आज अकेले पड़ गए हैं। शिवसेना नेता उनके पक्ष में नहीं बोलते। जिस राकांपा की गोद में वे बैठे हैं, वह पार्टी भी राऊत के समर्थन में नहीं आई। उनके नेता राउत के पक्ष में नहीं बोलते।

भाजपा नेता ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव समय पर होना चाहिए। यह लोगों के अधिकारों का सवाल है। चुनाव के पांच साल से आगे जाना मतदाताओं के साथ विश्वासघात है। पांच साल में लोगों का हिसाब लेने का अधिकार क्यों छीन लिया जाता है? यदि इस अवधि के दौरान उपचुनाव हुए, विधान परिषद और राज्यसभा के चुनाव हुए, तो मुंबई सहित अन्य मनपा के चुनाव क्यों नहीं हो सकते? शेलार ने सवाल किया कि क्या मुंबई मनपा में प्रशासक नियुक्त करने के पीछे कोई छिपा मकसद है?
राणे के खिलाफ निष्पक्ष करवाई हुई थी?

शेलार ने कहा कि अपनी ही पार्टी को नहीं जानने वाले संजय राउत निष्पक्षता की बात कर रहे हैं। क्या केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की गई? क्या विधायक नितेश राणे के खिलाफ कार्रवाई निष्पक्ष है। क्या जिस तरह से मुंबई और राज्य पुलिस का इस्तेमाल किया जा रहा है वह पक्षपातपूर्ण नही है?

मालेगांव में निकला हिजाब मोर्चा
भाजपा नेता ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कल शांति की अपील की लेकिन मालेगांव से मुंबई तक सड़कों पर उतरने वालों पर क्या कार्रवाई हुई? गृह मंत्री द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई की जानी चाहिए। हिजाब के तहत जो राजनीति हो रही है, उसका पर्दाफाश होना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुस्लिम महिलाओं का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया जा रहा है

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