मुंबई-ठाणे में इसलिए प्रलंबित हैं बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य,क्या है वजह?

मुंबई-ठाणे में इसलिए प्रलंबित हैं बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य,क्या है वजह?

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मुंबई। निर्माणकार्य के लिहाज से किसी भी शहर को विकसित किए जाते समय पर्यावरण संबंधी कुछ पहलुओं को लेकर खास तौर पर यह ध्यान रखा जाता है कि उनके साथ जरा भी छेड़छाड़ न हो। इसी सिलसिले में फिलहाल मुंबई-ठाणे में कई कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट प्रलंबित हैं।. मुंबई, ठाणे एमआईडीसी, नवी मुंबई व रायगढ़ क्षेत्रों में इन दिनों निर्माणकार्य ठप पड़े हैं। महाराष्ट्र चेंबर्स ऑफ हाउसिंग इंडस्ट्रीज (एमसीएचआई) और कॉन्फेडरेशन ऑफ रिएल इस्टेट डेवलपर्स ऑफ इंडिया ने इन निर्माणकार्यों के सुचारू तरीके से जारी रहने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाए हैं।

हजारों मजदूर पर बेरोजगारी की तलवार

ठाणे से लगी मुंबई के अरब सागर की खाड़ी प्रवासी फ्लेमिंगो पक्षियों के लिए चिर-परिचित है। साथ ही, यहां के अभ्यारण्य के इर्दगिर्द मौजूद पर्यावरण संवेदी परिसर के संदर्भ में जारी अंतिम अधिसूचना के बाबत राज्य और केंद्र सरकार के हस्तक्षेप कर प्रभावी व तेज कदम उठाए जाने के लिए इन संगठनों द्वारा कवायद की जा रही है। संबंधित अधिसूचना के क्रियान्वयन में विलंब होने पर बड़े पैमाने पर हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का काम प्रभावित होगा, जिससे निर्माणकार्य क्षेत्र में कार्यरत हजारों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।

नहीं मिलेगा खरीदारों को समय पर पजेशन

संगठनों के मुताबिक इससे मुंबई के खासकर मुलुंड, चेंबूर, अंधेरी (पूर्व), बांद्रा (पूर्व), परेल, माटुंगा आदि महत्वपूर्ण परिसरों में डेवलपरों को निर्माणकार्य करने में अब मुश्किलें पेश आएंगी। इसका असर सीधा खरीदारों पर पड़ेगा, जिन्हें समय पर मकान का पजेशन नहीं मिलेगा। स्टैंप ड्यूटी में छूट लागू न किए जाने से रियल इस्टेट में छाई मंदी से मुकाबला कर इस क्षेत्र को गति प्रदान करने के लिए इस प्रकरण में केंद्र व राज्य सरकार के फौरन कारगर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

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