मुंबई। मुंबई और आसपास में 2 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना की फर्जी वैक्सीन लगने के बाद BMC नींद से जाग चुकी है। शनिवार को देश की सबसे अमीर मनपा ने वैक्सीनेशन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अब सोसायटियों में वैक्सीनेशन करने से पहले प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर को वॉर्ड के मेडिकल अफसरों को जानकारी देना अनिवार्य किया गया है। कांदिवली के हीरानंदानी हेरीटेज सोसायटी के फर्जी वैक्सीनेशन की जानकारी मिलने के बाद मुंबई के खार, बोरीवली, वर्सोवा, परेल और पड़ोसी जिले ठाणे में भी फर्जी टीका लगाने की घटनाएं हुई हैं। BMC के मुताबिक, जिन जगहों पर फर्जी वैक्सीनेशन हुआ, वहां सोसाइटीज ने पहले से जारी गाइडलाइन को फॉलो नहीं किया।
वैक्सीनेशन के नए नियम
निजी वैक्सीनेशन केंद्रों के माध्यम से टीका अभियान अपने सोसायटी परिसरों में करने से पहले इसकी सूचना वॉर्ड स्तर पर बीएमसी के मेडिकल अफसर को देना अनिवार्य होगा।
यही नियम वैक्सीनेशन सेंटर्स के लिए भी लागू होंगे। सभी टीकाकरण केंद्रों को विशेष पंजीकृत नंबर दिए गए हैं।
वैक्सीनेशन की अग्रिम सूचना से यह फायदा होगा कि पंजीकृत नंबर की पड़ताल मेडिकल अफसर कर सकेंगे।
ठाणे में फर्जी वैक्सीनेशन, पांच पर केस दर्ज
मुंबई की तर्ज पर ठाणे में भी फर्जी वैक्सीनेशन का मामला सामने आया है। नौपाडा पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिन पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है वे मुंबई पुलिस द्वारा पकडे गए गिरोह से जुड़े हैं। इनमे महेंद्र सिंह, श्रीकांत माने, संजय गुप्ता, सीमा आहूजा और करीम शामिल हैं। ठाणे की नितिन कंपनी के करीब श्रीजी आर्केड इमारत की दूसरी मंजिल स्थित रेन्युबाय डॉट कॉम कार्यालय में 26 मई को वैक्सीनेशन का आयोजन किया गया था और कार्यालय में कार्यरत स्टाफ और उनके परिवार के सदस्यों को टीका लगाया गया था। कोविशील्ड वैक्सीन की आड़ में सभी को फर्जी टीका लगाए जाने का मामला सामने आया है।