मुंबई। शनिवार से मुंबई आने वाले पर्यटक बांबे हाईकोर्ट की एतिहासिक इमारत का दीदार कर सकेंगे। इसे पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। पिछले दिनों राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने इसका एलान किया था। पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, इस पहल को बांबे हाईकोर्ट और टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के सहयोग से पर्यटन निदेशालय ( डीओटी ) द्वारा लागू किया जा रहा है। डीओटी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, आगंतुक सप्ताहांत में सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक इमारत में आ सकेंगे और प्रत्येक ‘धरोहर यात्रा’ की अवधि एक घंटे की होगी।
बयान में कहा गया है कि शनिवार और रविवार को मराठी, अंग्रेजी और हिंदी में कुल तीन ‘धरोहर यात्रा’ आयोजित की जाएंगी। भारतीय पर्यटकों के लिए प्रति यात्री 100 रुपये ( कर अतिरिक्त ) का प्रवेश शुल्क होगा, जबकि विदेशी पर्यटकों से 200 रुपये ( कर अतिरिक्त) लिए जाएंगे। प्रमुख सचिव (पर्यटन) वल्सा नायर सिंह ने कहा कि इस इमारत की समृद्ध विरासत, इतिहास और वास्तुकला के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विभाग ने उच्च न्यायालय के संबंधित अधिकारियों के अनुमोदन और मार्गदर्शन के साथ ‘धरोहर यात्रा’का प्रस्ताव दिया है।
1862 में हुआ था उद्घाटन
बंबई उच्च न्यायालय देश के सबसे पुराने उच्च न्यायालयों में से एक है और इसका उद्घाटन 14 अगस्त, 1862 को हुआ था। मौजूदा भवन का काम अप्रैल 1871 में शुरू हुआ और नवंबर, 1878 में पूरा हुआ। इसे 2018 में विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था।