पूर्वोत्तर के तीन राज्यों भले कांग्रेस को निराशा हाथ लगी हो लेकिन महाराष्ट्र सहित देश के 5 राज्यों में हुए उप चुनाव हुए। जिसमें कांग्रेस को तीन राज्यों में सफलता मिली है। महाराष्ट्र के कसबा पेठ सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने 27 साल बाद जीत दर्ज की है। यह सीट पहले बीजेपी के कब्जे में थी। इसके अलावा तमिलनाडु में भी उसने जीत दर्ज की। वहीं , वेस्ट बंगाल में कांग्रेस ने डेढ़ साल बाद जीत का खाता खोला है। गौरतलब है कि पांच राज्यों में छह सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिसमें से कांग्रेस खाते में तीन सीट गई है।
महाराष्ट्र के कसबा पेठ, चिंचवड़ ,बंगाल की सागर दिघी, झारखंड के रायगढ़, तमिलनाडु में इरोड, अरुणाचल की लुमला सीट पर उप चुनाव हुए। इसमें से तीन सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। महाराष्ट्र के कसबा पेठ सीट पर पहले बीजेपी काबिज थी,लेकिन 27 साल बाद कांग्रेस ने इस पर कब्जा जमा लिया। इस सीट पर बीजेपी के रमेश रसाने और कांग्रेस के रविंद्र धंगेकर चुनावी मुकाबले में थे। जहां जीत कांग्रेस के रविंद्र धंगेकर के हाथ लगी। 1995 के बाद इस सीट पर बीजेपी हारी है। इस जीत के बाद महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने अपनीं राय दी है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह जीत महाविकास अघाड़ी की जीत है। जिस तरह से पार्टी को तोड़ा गया। जनता उसे देख रही है। कांग्रेस ने बीजेपी से सीट जीत ली।
वहीं चिंचवड़ सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी के पूर्व विधायक लक्ष्मण जगताप की पत्नी अश्वनी जगताप ने जीत दर्ज की है। उन्होंने एनसीपी के नाना काटे को हराया। तमिलनाडु में कांग्रेस ने इरोड पूर्व की सीट जीत ली। जबकि बंगाल में सागर दिघी सीट को कांग्रेस ने डेढ़ साल बाद जीत गई। यह सीट टीएमसी के पूर्व विधायक सुब्रत साहा के निधन के बाद खाली हुई थी। जिस पर हुए उप चुनाव पर कांग्रेस ने बायरन बिस्वास को उतारा था। वहीं टीएमसी ने देवाशीष बनर्जी और बीजेपी ने दिलीप साहा को उतारा था।बायरन बिस्वास ने टीएमसी नेता देवाशीष बनर्जी को हरा दिया।
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