मुंबई। भारत के 75 वें स्वातंत्रता दिवस पर आज राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को अपने भाषण में हीरक महोत्सव कहने से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की खासा भद उड़ गई। राज्य के मुख्य सचिव के कंफर्मेशन के बाद ही उन्हें अच्छी तरह समझ में आ सका कि यह अमृत महोत्सव ही है। इससे लोगों में महाराष्ट्र जैसे विकसित राज्य के मुख्यमंत्री की राष्ट्रीय पर्व को लेकर इस कदर की अनभिज्ञता पर तरह-तरह की चर्चा हो रही है।
देश भर में अमृत महोत्सव की धूम
उल्लेखनीय है कि समूचे देश में आजादी के इस पर्व के जश्न को लेकर जबर्दस्त उत्साह का माहौल है। देश भर में जम्मू-कश्मीर, लेह, लद्दाख से लेकर केरल-,कन्याकुमारी तक सभी जगह समस्त सरकारी तंत्र, सामाजिक संस्था, विविध संगठन आजादी के इस अमृत महोत्सव पर विभिन्न आयोजन कर रहे हैं।
यूँ गड़बड़ाए मुख्यमंत्री
इसी क्रम में महाराष्ट्र में भी बीते कई माह से सरकारी स्तर पर 75 वें स्वातंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में मनाए जाने की तैयारियां जोर-शोर से जारी थीं। बावजूद इसके मंत्रालय में आयोजित समारोह के दौरान भाषण करते समय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गड़बड़ा गए। वे इस बात को लेकर कन्फ्यूज हो गए कि यह स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव है या हीरक महोत्सव ? हालांकि अपने भाषण के आरंभ में ठाकरे ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए अमृत महोत्सवी स्वतंत्रता दिवस का जिक्र किया था। बाद में इस बाबत कन्फ्यूज होने पर उन्हें पास ही मौजूद मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से कन्फर्म करना पड़ा।