12वीं की परीक्षा कराने से पहले सोचे केंद्र,EXAM कराने के पक्ष में नहीं राज्य सरकार

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मुंबई। महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा 12 वीं की परीक्षा को लेकर महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा 12 वीं की परीक्षा के आयोजन को लेकर अगले दो दिनों में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की जाएगी। इसके अलावा राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस परीक्षा के आयोजन पर चर्चा की जाएगी। वर्षा गायकवाड ने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा और हितों को ध्यान में रखते हुए अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र बोर्ड के कक्षा 12 वीं के 14 लाख से अधिक छात्र हैं।

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा पर बच्चों की मानसिकता समझे केंद्र सरकार

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 12 वीं की परीक्षा के आयोजन को लेकर रविवार को हुई बैठक में महाराष्ट्र की ओर से स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड शामिल हुई। गायकवाड ने कहा कि हमने बैठक में कहा है कि सीबीएसई की कक्षा 12 वीं की परीक्षा के आयोजन के बारे में फैसला लेने से पहले केंद्र सरकार को छात्रों और अभिभावकों की मानसिकता समझनी चाहिए। क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चों पर असर होने की संभावना है।

गायकवाड ने कहा कि बैठक में एक महीने के बाद परीक्षा के आयोजन के बारे में कहा गया है। लेकिन एक महीने के बाद राज्य की तत्कालीन स्थिति के अध्ययन के बाद ही फैसला लेना उचित होगा। गायकवाड ने बताया कि महाराष्ट्र में सीबीएसई बोर्ड के कक्षा 12 वीं के 25 हजार विद्यार्थी हैं। स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि हमे उम्मीद है कि बाम्बे हाईकोर्ट महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा दसवीं की परीक्षा आयोजित न करने के बारे में सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। बीते दिनों बाम्बे हाईकोर्ट ने राज्य बोर्ड की कक्षा दसवीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले पर राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। गायकवाड ने कहा कि सरकार हाईकोर्ट में परीक्षा रद्द करने के फैसले पर अपना पक्ष रखेगी। मुझे उम्मीद है कि हाईकोर्ट परीक्षा आयोजित न करने के बारे में सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी।

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