ट्रेनों में बगैर टिकट और अनियमित यात्रा करने वालों से वसूली का नया रिकार्ड बना है। मध्य रेलवे ने 1 अप्रैल 2021 से 30 नवंबर 2021 के दौरान इन 8 महिनों में ऐसे 20.68 लाख मामलों से 123.31 करोड़ का राजस्व वसूल किया है। सिर्फ नवंबर-2021 में बिना बुक लगे सामान सहित अनाधिकृत/अनियमित यात्रा के 4.52 लाख मामले पकड़े और 30 करोड़ रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई। मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैध टिकट के साथ यात्रा करें औऱ कोविड-19 के लिए अनिवार्य सभी मानदंडों का पालन करें तथा असुविधा से बचें।
मध्य रेल ने अप्रैल से नवंबर-2021 तक गैर-किराया राजस्व के रूप में 14.57 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जिससे यह सभी क्षेत्रीय रेलवे को पीछे छोड़ते हुए नंबर एक बन गया है। यह राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 350 प्रतिशत अधिक है। गैर-किराया राजस्व की कुछ प्रमुख पहलों में सीएसएमटी और एलटीटी स्टेशनों पर डिजिटल क्लॉक रूम, ऐप आधारित व्हील चेयर सुविधा, कोचों के अंदर विज्ञापन, लोकल ट्रेन पर विज्ञापन, होर्डिंग साइट आदि शामिल हैं। मध्य रेल वास्तविक रेल उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और टिकट रहित यात्रा पर अंकुश लगाने के अपने प्रयास में, नियमित रूप से सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार उपनगरीय और गैर-उपनगरीय / मेल एक्सप्रेस विशेष ट्रेनों में टिकट रहित और अनियमित यात्रा के खिलाफ गहन अभियान चलाया है और कोविड-19 का उचित व्यवहार का पालन किया है।
यह भी उल्लेखनीय है कि मध्य रेल के टिकट चेकिंग स्टाफ के व्यवहार से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शिकायतों में कमी आई है। उन्होंने कई मौकों पर खोए हुए बच्चों को उनके माता-पिता के साथ मिलाकर अपने मानवीय पक्ष का भी प्रदर्शन किया है।
ये भी पढ़ें