पहली बार मध्य रेल ने एक महीने में 7 .00 मिलियन टन माल ढुलाई की जबकि जनवरी-2021 में यह 6.16 मिलियन टन थी अतः13.6% की भारी वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल- 2021 से जनवरी-2022 के दौरान, मध्य रेल का माल लदान 62.05 मिलियन टन है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 49.15 मिलियन टन लदान किया गया था, जो किसी भी अप्रैल-जनवरी की अवधि के दौरान सबसे अधिक है। पिछला सर्वश्रेष्ठ माल लदान अप्रैल-जनवरी 2018-19 के दौरान 52.02 मिलियन टन था।
नागपुर मंडल ने जनवरी-2022 में 4.22 मिलियन टन और अप्रैल-2021 से जनवरी-2022 की अवधि के लिए 36.07 मिलियन टन की लदान के साथ सबसे आगे है, इसके बाद मुंबई मंडल जनवरी-2022 में 1.43 मिलियन टन और अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक 13.90 मिलियन टन की लदान के साथ दूसरे नम्बर पर है।
जनवरी-2022 में 3.43 मिलियन टन और अप्रैल- 2021 से जनवरी-2022 की अवधि के लिए 33.43 मिलियन टन के लदान के आंकड़ों के साथ शीर्ष वस्तुओं में कोयला रहा हैं, इसके बाद जनवरी-2022 में 0.83 मिलियन टन और 8.07 मिलियन टन अप्रैल- 2021 से जनवरी-2022 की अवधि के कंटेनर है।
मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि यह अधिक माल ढुलाई मुख्य रूप से क्षेत्रीय और मंडल स्तर पर मध्य रेल द्वारा स्थापित व्यवसाय विकास इकाइयों (बीडीयू) द्वारा की गई पहलों के परिणामस्वरूप संभव है। उन्होंने यह भी कहा कि रेल द्वारा माल ढुलाई ग्राहकों के लिए सबसे सुरक्षित, तेज और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प उपलब्ध है और मध्य रेल माल ढुलाई के प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव तरीके तलाश रहा है।
कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां इस प्रकार हैं:
• जनवरी-2021 में 754 रेकों की लदान की तुलना में नागपुर मंडल द्वारा 920 रेकों की अब तक की सर्वश्रेष्ठ कोयला लोडिंग। पुणे मंडल ने कुल 54 रेकों में से ऑटोमोबाइल के 43 रेकों को लोड किया जनवरी-2021 में 153 रेक की तुलना में सीमेंट (क्लिंकर सहित) के 191 रेक लोड किए गए हैं। जनवरी-2021 के दौरान 62 की तुलना में स्टील के 90 रेक लोड किए गए हैं।
• गत वर्ष 68 रेकों की तुलना में 119 रेक चीनी का लदान हुआ था। कार्बन ब्लैक फीड स्टॉक (सीबीएफएस) के 6 रेक लोड किए गए और 22 रेक अप्रैल- 2021 से जनवरी-2022 के दौरान लोड किए गए, जबकि पिछले वर्ष यह शून्य था। पिछले वर्ष की तुलना में अप्रैल-2021 से जनवरी-2022 के दौरान जिप्सम लोडेड 8 रेक और लदान की गई 10 रेक जबकि पिछले वर्ष यह शून्य था।
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